G-20 Summit 2023: 8 सितंबर की सुबह जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से जुड़े पालम एयरफोर्स स्टेशन पर अपने विशेष वायुसेना विमान से उतरेंगे तो वह अपने साथ अपना राजनयिक पासपोर्ट लेकर आएंगे, जिसकी विधिवत जांच की जाएगी. हालांकि, यह एक अलग कहानी है कि वह सीधे अपने विमान से उतरेंगे और अपनी विशेष सुरक्षा कार में होटल मौर्या शेरेटन जायेंगे जो कार पहले ही भारत आ चुकी है. क्या आप अंदाजा लगा सकते हैं कि बाइडेन का पासपोर्ट किसके पास होगा और दिल्ली में इसकी जांच कौन करेगा? 9-10 सितंबर को दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन के लिए 55 वीवीआईपी उड़ानें दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरेंगी. किसी भी राष्ट्राध्यक्ष के दौरे पर हर किसी को अपना पासपोर्ट साथ रखना होगा और इसकी जांच दिल्ली में भी की जाएगी. बस तरीका अलग होगा.


राष्ट्रपति बाइडेन का पासपोर्ट कैसा है?


अगर बाइडेन भारत आते हैं तो उन्हें हर अमेरिकी की तरह अपना पासपोर्ट साथ रखना होगा. बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जब भी देश से बाहर जाते हैं तो उन्हें अपना पासपोर्ट अपने साथ रखना पड़ता है. जब संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति, उनके परिवार, कुछ सीनियर अधिकारियों और राजनयिक कर्मियों को राजनयिक पासपोर्ट जारी किए जाते हैं. उसके कवर का रंग काला होता है. इसके लिए उन्हें कोई पासपोर्ट शुल्क नहीं देना होता है.


बाइडेन का पासपोर्ट कौन रखता है?


जब राष्ट्रपति यात्रा करते हैं, तो विदेश विभाग के लोगों की एक टीम साथ में यात्रा करती है. वही उनका कागजी कार्रवाई संभालती है. जब राष्ट्रपति एयर फ़ोर्स वन से बाहर निकलते हैं, अपनी कार में बैठते हैं और सुरक्षा जांच के बिना चले जाते हैं तो टीम राष्ट्रपति का पासपोर्ट अपने पास रखती है. पूरा सुरक्षा काफिला उसके पीछे-पीछे आता है और उसे घेर लेता है.


हवाई अड्डे पर इसकी जांच कौन करता है?


इस दौरान मेजबान देश के हवाई अड्डे पर अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की एक टीम राष्ट्रपति और अन्य लोगों का पासपोर्ट लेती है. और उस पर मोहर लगा देती है. यह प्रक्रिया G20 में आने वाले सभी राष्ट्राध्यक्षों के लिए होगी, लेकिन अमेरिका और कुछ विशेष देशों के प्रमुखों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. लगभग 80 हजार अमेरिकियों के पास राजनयिक पासपोर्ट हैं.


कब हुई पासपोर्ट सिस्टम की शुरुआत?


दुनिया में पासपोर्ट व्यवस्था शुरू हुए 102 साल हो गए हैं. राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक जब भी एक देश से दूसरे देश जाते हैं तो उन्हें भी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट साथ रखना पड़ता है, लेकिन इस धरती के 200 से ज्यादा देशों में 03 ऐसे खास लोग ब्रिटेन के किंग, जापान के किंग और जापान की क्वीन हैं जो बिना पासपोर्ट के किसी भी देश में जा सकते हैं. कोई उनसे उनके पासपोर्ट के बारे में नहीं पूछता. इसके बजाय, जब वे कहीं जाते हैं, तो उन्हें अतिरिक्त सम्मान दिया जाता है. 


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