फ्रांस ने बनाया खतरनाक आत्मघाती ड्रोन Veloce 330, बस टारगेट तय करना है, खुद मचा देगा तबाही
फ्रांस ने नया आत्मघाती ड्रोन तैयार किया है, जो बिल्कुल ईरानी ड्रोन की तरह है. इसका नाम फ्रांस ने Veloce 330 रखा है.

फ्रांस ने एक नया आत्मघाती ड्रोन बनाया है, जो ईरानी ड्रोन शाहेद- 238 से हुबहू मिलता है. इस ड्रोन में जेट इंजन लगा है, वहीं इसकी फ्लाइट टेस्ट का तीसरा स्टेज कंप्लीट हो चुका है. ये ड्रोन 400 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से जाते हुए टारगेट से जैसे ही टकराता है उस समय भयानक विस्पोट होता है. इस ड्रोन की खास बात ये है कि ये महज 16 मिनट में 50 किलोमीटर की दूरी तय कर लेता है.
क्या है Veloce 330 की खासियत?
इस तरह के ड्रोन में आर्मर पीयर्सिंग वॉरहेड लगाया जाता है. यानी ये ड्रोन किसी भी तरह के बख्तरबंद वाहनों जैसे टैंक या बीएमपी को भी तबाह कर सकता है. वहीं इसका इस्तेमाल जासूसी या निगरानी के लिए भी किया जा सकता है, दरअसल इस ड्रोन को आसमान में उड़ते हुए देखना बहुत ही कठिन है. खास बात ये है कि इस ड्रोन को आसानी से किसी रडार के द्वारा भी नहीं पकड़ा जा सकता है. दरअसल इस ड्रोन में जैंमिंग-रेजिसटेंट टेक्नोलॉजी है. साफ शब्दों में कहें तो इस ड्रोन के संचार और उड़ान को किसी भी तरह से रोकना बेहद मुश्किल है.
नहीं है रनवे की जरुरत
इस ड्रोन में लैंडिंग वर्टिकल होता है, यानि इसे लैंड करने के लिए किसी भी रनवे की जरुरत नहीं होती है. मिशन पर भेजे जाने पर ये ड्रोन अपना काम पूरा करके वापस अपने बेस पर लौट जाता है. इस ड्रोन को बनाने वाली कंपनी EOS टेक्नोलॉजी के सीईओ जॉन मार्क जुलियानी का कहना है कि इसमें साइबर जैमिंग टेक्नोलॉजी भी लगाई गई है. जिसके जरिए किसी भी तरह के जैमर को बेकार करके ये अपनी उड़ान लगातार जारी रख सकता है. इसके अलावा इस ड्रोन को अपने टारगेट तक पहुंचने के लिए जीपीएस की भी जरुरत नहीं है. इस ड्रोन को फ्रांस की सरकार का अप्रूवल मिल चुका है. अब अगले एक साल में कंपनी इस ड्रोन को और खतरनाक बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है. जिसमें मीट्रिक पेसिशन तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा.
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