आलू एक ऐसी सब्जी है, जिसे कई डिश में यूज किया जाता है. यहां तक कि आलू से भी काफी डिशेज बनती हैं. इन डिश में एक सबसे लोकप्रिय डिश है, फ्रेंच फाइज. बच्चों से लेकर बड़ों तक बहुत लोग फ्रेंच फ्राइज खाना पसंद करते हैं. वैसे तो फ्रेंच फ्राइज में कुछ नहीं होता है, आलू को सीधे काटकर उन्हें तल दिया जाता है. ये एक देशी डिश की तरह ही लगती है, लेकिन इसका नाम फिरंगी है. कहीं भी जाइए तले हुए इन आलुओं को फ्रेंच फ्राइज कहा जाता है.
आपने कभी सोचा है कि आखिर इसके नाम की कहानी क्या है और किस वजह से इसे फ्रेंच फ्राइज कहा जाता है. यहां तक कि दूसरे देशों में भी लोग इसे फ्रेंच फाइज ही कहते हैं. तो जानते हैं कि आखिर इन आलू का नाम फ्रेंच फ्राइज कैसे पड़ा और इस नाम के पीछे की क्या कहानी है...
फ्रेंच फ्राइज नाम की कहानी?
फ्रेंच फ्राइज शब्द में फ्रांस दिख रहा है, लेकिन इसका फ्रांस से कोई कनेक्शन नहीं है और इसकी शुरुआत अमेरिका से मानी जाती है. रिपोर्ट्स के अनुसार, कहा जाता है कि 17वीं सदी के आखिरी में तले हुए आलू को स्पेन के कुछ एक्सप्लोरर्स ने दक्षिण अमेरिका से लाकर यूरोप में पेश किया. इसके बाद आलू फ्रांस में फेमस हुए और उन्हें पहले "पोम दे तेर फ्रिट" या 'फ्राइड पौटेटो' कहा जाता था.
अगर नाम की बात करें तो माना जाता है कि पहले वर्ल्ड वॉर के दौरान बेल्जियम सेना की आधिकारिक भाषा फ्रांसीसी थी और उस वक्त उन आलुओं को अमेरिकी सैनिक भी फ्रेंच फाइज के नाम से बोलने लगे थे. फिर अमेरिका में यह शब्द काफी फेमस हो गया और इसका नाम ये पड़ गया. वहीं, फ्रांस में कई जगह इन्हें पोम फ्रिट या फ्रिट भी कहा जाता है. इसमें फ्रेंच शब्द नहीं रहता है. इस वजह से तले हुए आलू को फ्रेंच फ्राइज कहते हैं. वैसे इसके अलावा भी कई तरह की कहानियां प्रचलित हैं, जो फ्रेंच फ्राइज के नाम के इतिहास को बताती हैं.
कैसे खाते हैं फ्रेंच फाइज?
कनाडा में लोग फ्रेंच फ्राइज में मसालेदार ग्रेवी(सालन) और मक्खन वाली दही डालना पसंद करते हैं. इसके अलावा फिलिपींस में फ्रेंच फ्राइज में केले की चटनी मिलाकर खाई जाती है.रोमानिया में फ्रेंच फ्राइज लहसुन, तेल, नमक और सिरके के पेस्ट के साथ खाया जाता है, जिसे 'मुजडेल' कहा जाता है.
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