अंतरिक्ष कई रहस्यों से भरा हुआ है, जिन्हें जानने के लिए वैज्ञानिकों ने इंसानों ही नहीं बल्कि जानवरों को भी अंतरिक्ष में भेजा है. इन जानवरों की अंतरिक्ष यात्रा ने हमें अंतरिक्ष के अलग-अलग पहलुओं को समझने में खास भूमिका निभाई है. तो चलिए आज हम इस आर्टिकल में जानते हैं कि अबतक किन-किन जानवरों ने अंतरिक्ष की यात्रा की है और उनकी जर्नी कैसी रही है.
सबसे पहले अंतरिक्ष में भेजा गया था ये जानवर
अंतरिक्ष में भेजे जाने वाले पहले जानवरों में से एक था बंदर. 1957 में सोवियत संघ ने एक बंदर को अंतरिक्ष में भेजा, जिसका नाम लाइका था. लाइका को सोवियत उपग्रह स्पुतनिक 2 पर भेजा गया था. ये यात्रा ऐतिहासिक थी क्योंकि लाइका पहले जीवित प्राणी थी जिसने अंतरिक्ष की यात्रा की. हालांकि लाइका की जर्नी के बाद उनकी मौत हो गई, लेकिन इस जर्नी ने मानव अंतरिक्ष मिशन के लिए महत्वपूर्ण डेटा दिया था.
लाइका के बाद और बंदर भी अंतरिक्ष की यात्रा पर भेजे गए थे. साल 1959 में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने दो बंदरों, एब्बी और बेट्सी को अंतरिक्ष में भेजा था. इन बंदरों की यात्रा ने वैज्ञानिकों को जानवरों के जीवविज्ञान पर अंतरिक्ष के प्रभाव को समझने में मदद की. इस दौरान इन जानवरों पर होने वाले प्रभावों का अध्ययन कर वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष यात्रा की संभावनाओं को और ज्यादा सही तरीके से समझा.
जब सोवियत संघ ने कुत्ते को अंतरिक्ष में भेजा
सोवियत संघ ने कुत्तों को भी अंतरिक्ष में भेजा. 1960 में दो कुत्तों, बेल्का और स्ट्रेल्का को स्पुतनिक 5 पर भेजा गया. ये कुत्ते पहली बार थे जिन्होंने अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक यात्रा की और सुरक्षित धरती पर लौटे. उनकी यात्रा ने दिखाया कि कुत्तों ने अंतरिक्ष की यात्रा के दौरान जीवित रहने और अंतरिक्ष यात्रा के प्रभावों को सहन करने की क्षमता रखी है.
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जब बिल्ली को अंतरिक्ष में भेजा गया
1963 में फ्रांस ने एक बिल्ली को अंतरिक्ष में भेजा. इस बिल्ली का नाम "फेलिसेट" था और इसे एक परीक्षण के रूप में अंतरिक्ष में भेजी गई थी. फेलिसेट ने 15 मिनट की उप-कक्षीय जर्नी की, जो एक खास अध्ययन थी. इस मिशन से मिले डेटा ने वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद की कि छोटे स्तनधारी अंतरिक्ष में कैसे प्रतिक्रिया करते हैं.
जब चूहे का अंतरिक्ष में भेजा गया तो क्या हुआ?
अंतरिक्ष यात्रा के लिए छोटे जानवरों का उपयोग भी किया गया है. नासा ने कई चूहे, मेढ़क और कीटों को अंतरिक्ष में भेजा. इन प्रयोगों ने अंतरिक्ष के वातावरण में जीवों के विकास और व्यवहार को समझने में मदद की. इन प्रयोगों का उद्देश्य यह जानना था कि अंतरिक्ष के प्रभाव छोटे जीवों पर किस प्रकार से पड़ते हैं.
हाल के वर्षों में, अंतरिक्ष एजेंसियों ने विभिन्न प्रयोगों के लिए अन्य जानवरों को भी भेजा है, जैसे कि छोटे-छोटे कीट और माइक्रोऑर्गनिज़म. इन प्रयोगों का मुख्य उद्देश्य ये जानना था कि अंतरिक्ष के चरम परिस्थितियों में जीने के लिए ये कीट क्या करते हैं.
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