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जानिए कौन हैं वो कमांडो, जो हमेशा बाइडेन के साथ रहते हैं! इनके सामने FBI एजेंट भी हैं कमजोर
G-20 Summit: भारत में होने वाली जी-20 समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी शिरकत करेंगे. जब भी जो बाइडेन भारत आते हैं तो उनकी सिक्योरिटी की काफी चर्चा होती है.
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भारत में अगले महीने होने वाली जी-20 समिट में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष मौजूद होंगे, जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी शामिल होंगे. भारत में जी-20 में आ रहे मेहमानों की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए गए हैं और नई दिल्ली में इसके लिए खास तैयारियां भी की जा रही हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति के आने से पहले देश में उनकी सुरक्षा की काफी चर्चा हो रही है. दरअसल, जो बाइडेन जब भी किसी देश में जाते हैं तो वो अपनी सुरक्षा साथ लेकर ही जाते हैं. हमने आपको जो बाइडेन की कार, प्लेन, सिक्योरिटी के बारे में तो बताया था और आज हम आपको बता रहे हैं कि उन्हें सिक्योरिटी के कमांडो के बारे में.
आपको बताते हैं कि जो बाइडेन की सिक्योरिटी कैसे काम करती है और वो कौनसे कमांडो हैं, जो इस सिक्योरिटी में शामिल होते हैं. दरअसल, इस सिक्योरिटी की जिम्मेदारी किसी खास एजेंसी के कमांडो को होती है, जो एफबीआई एजेंट्स से भी खतरनाक होते हैं.
कौनसी एजेंसी देती है सिक्योरिटी?
जो बाइडेन की सिक्योरिटी का जिम्मा सीक्रेट सर्विस के पास है. सीक्रेट सर्विस की जिम्मेदारी अमेरिका के राष्ट्रपति, व्हाइट हाउस, वाइस प्रेसिडेंट, फॉरेन हेड्स, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को सुरक्षा देना है. इसके साथ ही इनकी नजर फाइनेंशियल क्राइम पर भी रहती है. ये अमेरिका की सबसे ट्रेंड सिक्योरिटी फोर्स है और हाई लेवल सिक्योरिटी है. जब भी बाइडेन कहीं जाते हैं सीक्रेट सर्विस उनका खास ध्यान रखती है और उस कार्यक्रम पर इसकी खास नजर रहती है.
इसके वर्दीधारी अधिकारियों का मिशन अमेरिकी सीक्रेट सर्विस सुरक्षा प्राप्त लोगों के स्थानों की रक्षा करना है. इस फोर्स का मुख्यालय वॉशिंगटन में है और इसके करीब 7000 एजेंट हैं. जब पहले भी अमेरिका के राष्ट्रपति भारत आए थे, तब उनकी सिक्योरिटी ने पहले से ही भारत में दौरे करने शुरू कर दिए थे और जहां जहां अमेरिकी राष्ट्रपति को आना था, वहां की सुरक्षा की जांच की थी. इन्हें सुरक्षा के लिए खास तरीके से ट्रेनिंग दी जाती है.
कैसे होती है ट्रेनिंग?
इसके एजेंट को अलग तरीके से ट्रेनिंग दी जाती है. सबसे पहले एजेंट्स को क्लास, फिटनेस, हथियार चलाने आदि की ट्रेनिंग दी जाती है. इनके फिटनेस और आर्म्स की ट्रेनिंग काफी ज्यादा मुश्किल और खास प्रोफेशनल की निगरानी में होती है, जो वाकई हैरान कर देने वाली है. इसमें अटैकर्स को डील करने से लेकर नॉर्मल सिचुएशन को लेकर बताया जाता है. साथ ही फिजिकल फिटनेस पर खास काम करवाया जाता है.
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