Pollution: हवा में प्रदूषण इस कदर बढ़ गया है कि इसकी वजह से लोगों को तमाम बीमारियां होने लगी हैं. हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार देश की राजधानी दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी शहर है. यही नहीं देश के कई शहर दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल हैं. ऐसे में यह चिंता का विषय है. जहरीली हवा की वजह से सांस लेने में समस्या होने के साथ-साथ कई बीमारिया होती हैं. अपने इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताएंगे कि हवा प्रदूषित होने के कारण क्या होते हैं और इससे कौन सी बीमारियां होती हैं-


प्रदूषण क्या है-


प्रदूषण का सामान्य अर्थ है हमारे पर्यावरण में कुछ अनचाहे तत्वों का प्रवेश,जिसके कारण उसका वास्तविक स्वरूप बदल गया हो. जिसकी वजह से इसका प्रभाव इंसान,जीव जंतु,पानी,हवा सभी पर पड़ता है.


प्रदूषण के कारण-


प्रदूषण इंसानों की वजह से जनित और प्राकृतिक दोनों तरह के होते हैं. लेकिन आज के समय में प्रदूषण का सबसे ज्यादा जिम्मेदार इंसान ही है.औद्योगीकरण के बाद से लोग विकास की दौड़ में यह भूल गए की जिस कीमत पर वे विकास कर रहे हैं उसके परिणाम उन्हें ही भुगतने होंगे. 


मानव जनित प्रदूषण-


एक समय में प्रदूषण प्राकृतिक अधिक होता था. लेकिन अब इंसान ने उसको बहुत पीछे छोड़ दिया है. फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं,रासायनिक पदार्थ,गैस और अन्य दूसरे कारकों ने हवा,पानी,मिट्टी,पेड़ पौधों सबको प्रदूषित कर दिया है. जंगलों की कटाई के कारण प्रदूषण का और भी प्रभाव पड़ा है क्योंकि पेड़-पौधे प्रदूषण का बहुत हद तक अवशोषण करते हैं.


प्राकृतिक प्रदूषण-


प्राकृतिक प्रदूषण में ज्वालामुखी के से निकने वाली गैसें,वनों में आग की घटनाएं, मिथेन गैस और अन्य दूसरे कारकों की वजह से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है.


वायु प्रदूषण-


हवा में हानिकारक तत्वों के घुलने से हवा प्रदूषित हो गयी है. साफ हवा में सांस लेना एक भ्रम बनकर रह गया है. हवा में हानिकारक गैसों,धूल कण वगैरह के मिल जाने से वह प्रदूषित हो गयी है. जिसका इंसान के साथ-साथ जीव- जंतुओं पर भी घातक प्रभाव पड़ रहा है.


वायु प्रदूषण के कारण-


फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं, जंगलों में आग लगने से,ज्वालामुखी विस्फोट,वाहनों से निकलने वाले धुएं,कोयले के जलने,सिगरेट वगैरह की वजह से हवा प्रदूषित होती है.


प्रदूषण से होने वाली बीमारियां-


वायु प्रदूषण के कारण विभिन्न बीमारियां भी पैदा हुयी है. वाहनों में एंटीनॉकिंग के लिए शीशे का प्रयोग होता है जिससे केंद्रीय तंत्रिका तंत्र, मस्तिष्क,पाचन तंत्र, पर प्रभाव पड़ता है. फेफड़े से संबंधित बीमारियां, हृदय संबंधित रोग,सांस लेने में समस्या,अस्थमा,निमोनिया अन्य बहुत सी बीमारियां वायु प्रदूषण के कारण होती हैं.


बरतें सावधानी-


हवा प्रदूषित होने के चलते सावधानी बरतने की भी जरूरत है. इसके लिए यह जरूरी है कि बाहर निकलने से पहले मास्क लगाकर निकलें. खासकर सर्दियों के मौसम में यह समस्या ज्यादा बढ़ जाती है. ऐसे में अपना ख्याल रखना जरूरी है. धूम्रपान करने से बचें


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