भारत जैसे देश में जहां धर्म और आस्था को सबसे ऊपर रखा जाता है... वहां पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों एनर्जी को मानने वाले और महसूस करने वाले लोग हैं. यहां सदियों से जो कहानी सुनाई जाती है उसमें भगवान होते हैं तो उनके साथ साथ राक्षस और भूत, पिशाच भी होते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है कि सिर्फ भारत में ही लोग भूतों में विश्वास करते हैं. अगर आंकड़े देखें तो आपको अमेरिका और अन्य देशों में भूतों को मानने वाले लोग भारत के मुकाबले कहीं ज्यादा मिल जाएंगे. चलिए जानते हैं कि क्या वाकई में भूत होते हैं.


भूत सिर्फ मनोरंजन का विषय नहीं है


अक्सर आपने टीवी सीरियल्स और फिल्मों में भूतों की कहानियां देखी होंगी. बचपन में हमें दादी नानी भूतों की कहानियां सुनाया करती थीं. यह सब कुछ हमारे मनोरंजन के लिए होता था. लेकिन भूत सिर्फ मनोरंजन के विषय नहीं हैं. दुनिया भर में कई ऐसे लोग हैं जो इन पर विश्वास करते हैं, इनके होने के अहसास को महसूस करते हैं. साल 2019 में IPSOS Poll नाम का एक सर्वे कराया गया. इस सर्वे में लोगों से पूछा जा रहा था कि क्या वह भूतों पर विश्वास करते हैं? आपको जानकर हैरानी होगी कि अमेरिका में 46 फ़ीसदी लोगों ने कहा कि वह भूतो में विश्वास करते हैं. वही 7 फ़ीसदी लोगों का कहना था कि वह वैंपायर में विश्वास करते हैं. वहीं बीबीसी में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक ताइवान में 90 फ़ीसदी लोग भूत देखने का दावा करते हैं. जबकि जापान, कोरिया, चीन और वियतनाम में भी लोग भूतों को देखने और महसूस करने की बात मानते हैं.


बड़ी-बड़ी यूनिवर्सिटीज में घोस्ट क्लब बने हैं


अगर आप इन्हें सिर्फ धार्मिक और रूढ़िवादी सोच मानते हैं तो आपको जानकर हैरानी होगी कि इस दुनिया के कुछ सबसे बड़े यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में घोस्ट क्लब बने हैं. इनमें कैंब्रिज और ऑक्सफोर्ड जैसी यूनिवर्सिटीज भी शामिल हैं. आपको बता दें साल अट्ठारह सौ बयासी में भूतों और आत्माओं पर अध्ययन करने के लिए अमेरिका में सोसायटी फॉर फिजिकल रिसर्च बनाई गई थी. इस संस्था की प्रेसिडेंट इलेनॉर सिडविक नाम की एक महिला थी जिन्हें फीमेल घोस्टबस्टर कहा जाता था.


भूत कपड़े में क्यों दिखाई देते हैं


आपने कई ऐसे लोगों की कहानियां पढ़ी होंगी या फिर सुनी होंगी जिन्होंने कहा है कि उन्होंने भूतों को देखा है या फिर उन्हें महसूस किया है. जितने भी लोग हैं, जिन्होंने भूतों को देखा है... वह जब भी उनके बारे में बताते हैं तो हमेशा एक चीज मेंशन करते हैं वहीं आ रहता है कि भूतनी कपड़े पहने थे किसी ने सफेद साड़ी पहनी थी तो किसी ने लाल साड़ी. लेकिन अगर जिस भूत की हम बात करते हैं वह इंसान की भटकती आत्माएं हैं तो वह मृत्यु के बाद कपड़े में कैसे दिखाई देती हैं. क्या यह हमें ये संकेत नहीं देता कि हमारा दिमाग जिस चीज को जिस रूप में देखना चाहता है वह हमें बिल्कुल वैसा ही दिखाई देता है.


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