बेईमानी, जालसाजी और ठगों से भरे इस समाज में आज भी कुछ लोग ऐसे हैं जो इंसानियत को जिंदा रखे हुए हैं. गुरुग्राम के मनिरुल जमान इन्हीं लोगों में से एक हैं. दरअसल, लिंक्डइन पर वायरल एक पोस्ट में बताया गया है कि कैसे इन्होंने लाखों का खजाना पाने के बाद भी अपना ईमान नहीं खोया और उस खजाने को उसके सही मालिक तक पहुंचाया.


क्या था पूरा मामला


दरअसल, लिंक्डइन पर अरनव देशमुख, जो पेशे से एक प्रोडक्ट मैनेजर हैं, उनका एक पोस्ट वायरल हो रहा है. इस पोस्ट में अरनव लिखते हैं कि कुछ दिनों पहले लगभग दोपहर को 1 बजे के आसपास मेरी एक दोस्त कहीं जाने के लिए एक प्रॉपर्टी के बाहर से ऑटो पकड़ती है. अपनी लोकेशन पर पहुंचने के बाद वह यूपीआई के जरिए ड्राइवर को पैसे देती है और फिर ऑटो वाला चला जाता है.


लेकिन कुछ ही देर में उसे याद आता है कि वह अपना पर्स ऑटो में ही भूल गई है, जिसमें लाखों रुपये का सामान और जरूरी डॉक्यूमेंट्स हैं. अरनव आगे लिखते हैं कि मेरी दोस्त के बैग में एक सोने की चेन थी, जिसमें हीरे का एक लॉकेट लगा था. इसके अलावा क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, आधार कार्ड और पैन कार्ड भी था.


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आगे क्या हुआ?


इसके बाद महिला ने ड्राइवर के यूपीआई डिटेल्स के जरिए ड्राइवर की जानकारी निकालनी चाही, लेकिन वह असफल रही. इसके बाद महिला को लगा कि शायद उसका बैग उसे अब वापिस मिलेगा ही नहीं. थक हार कर उन्होंने पुलिस से संपर्क किया. पुलिस ने रास्ते में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले और ऑटो वाले का पता लगा लिया. हालांकि, पुलिस के कुछ करने से पहले ही, महिला के पास उस प्रॉपर्टी से फोन आया, जहां से उन्होंने ऑटो पकड़ा था.


वहां के मैनेजर ने कहा कि एक ऑटो ड्राइवर आया है आपका बैग लेकर. महिला वहां पहुंची और उन्हें उनका बैग सभी सामान के साथ सही सलामत मिल गया. अब लिंक्डइन पर ये पोस्ट वायरल हो रही है और ऑटो ड्राइवर की इमानदारी की खूब तारीफ हो रही है.


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