Hajj Yatra 2023: सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का में हज यात्रा की शुरुआत हो गई है. कोरोना वायरस की वजह से पहले हज यात्रा में कुछ पाबंदियां लगा गई थीं, जिन्हें अब हटा दिया गया है. अब बड़ी संख्या में लोग हज करने मक्का पहुंच रहे हैं और माना जा रहा है कि 25 लाख से ज्यादा मुसलमान इस बार पवित्र यात्रा तक पहुंच सकते हैं. बकरीद तक चलने वाली हज यात्रा को लेकर दुनियाभर में उत्साह है, लेकिन अभी भी लोगों के मन में हज को लेकर कई तरह के सवाल हैं.
जैसे अक्सर लोगों के मन में सवाल रहता है कि कौन-कौन हज जा सकता है और हज जाने के लिए किन शर्तों का पालन करना होता है. साथ ही लोग ये भी जानना चाहते हैं कि हज जाने में कितना खर्चा होता है... तो जानते हैं कि हज यात्रा जाने की शर्त और हज यात्रा में होने वाले खर्चों से जुड़े सवालों के जवाब...
कौन-कौन जा सकता है हज?
अब सबसे पहले आपको बताते हैं कि हज कौन कौन जा सकता है. हज जाने के लिए सबसे पहली ईमान शर्त ये है कि उस शख्स को मुस्लिम होना आवश्यक है. इसके शर्त को पूरी करने के बाद ही कोई शख्स हज जा सकता है. इसके अलावा महिलाओं के शरिया महराम को लेकर भी कुछ नियम हैं, जिनका पालन ना करने पर हज नहीं जा सकते. इसके साथ ही फ्लाइट से जुड़े नियम पूरे ना कर पाने पर भी हज जाने में दिक्कत हो सकती है.
दो तरह से जाते हैं हज?
बता दें कि हज यात्री दो तरह से हज जाते हैं. एक तो हज कमेटी के जरिए और एक प्राइवेट टूर के जरिए यात्री हज जाते हैं. नए नियम के हिसाब से 1 लाख 75 हजार में से 80 फीसदी हाजी, हज कमेटी से जाएंगे. इसके अलावा 20 फीसदी लोग प्राइवेट टूर से सउदी जाएंगे या गए हैं.
कितना होता है खर्चा?
जब हज यात्रा पर जाते हैं तो पूरी हज यात्रा में 40 दिन लगते हैं, जिसमें 10 दिन मदीने में रहना होता है और उसके बाद अलग अलग दिन परंपराओं का पालन किया जाता है. जो लोग तीन दिन के लिए हज जाते हैं, वो इस्लामिक 8,9,10 तारीख को हज यात्रा में शामिल होते हैं. हज कमेटी के खर्च के हिसाब से देखें तो हर राज्य के हिसाब से अलग अलग खर्च होता है. वैसे औसतन हज यात्रा के लिए 3 से 3.5 लाख रुपये देने होते हैं. वहीं, अगर प्राइवेट व्यवस्था से जाते हैं तो उनके 5 लाख रुपये तक खर्च हो जाते हैं.
बता दें कि इस साल जो हज पॉलिसी आई है, जिसमें सरकार की ओर से पैकेज में 50 हजार रुपये तक की कमी की गई है. पहले आवेदन करते समय बैग, सूटकेस, छाता आदि सामान के पैसे लिए जाते थे और अब यह शुल्क नहीं देना होगा.
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