ये हैं वो हार्मोन, जिनकी वजह से हम खुश रहते हैं! इन कामों से बना रहा है इनका संतुलन
हमारी बॉडी में 4 प्रकार के हैप्पी हार्मोंस होते हैं. हमारा खुश रहना इन्ही पर निर्भर करता है. खुश और शांत जीवन के लिए शरीर में इनका संतुलित होना बहुत जरूरी है. आइए3 जानते हैं ये कौन-से हार्मोन हैं.
हर कोई अपनी जिंदगी में खुश रहना चाहता है. कोई नहीं चाहता कि उसको कोई दुख हो या वो किसी भी तरह से उदास रहे. आपने देखा होगा कुछ लोगों के चेहरे पर अक्सर एक प्यारी-सी मुस्कान ही नजर आती है. वो बहुत कम दुखी होते हैं. दरअसल, यह सब उनकी बॉडी में हैप्पी हॉर्मोन्स के सही तरीके से सिक्रीशन के कारण होता है. हमारी बॉडी में 4 तरह के हैप्पी हार्मोंस होते हैं.
हमारा खुश रहना इन्ही हार्मोंस पर डिपेंड करता है. अगर इन हार्मोंस की सिक्रीशन को बॉडी में रेगुलेट करने में आसानी होती है तो व्यक्ति ज्यादातर खुश ही रहता है.
ये हैं 4 हैप्पी हार्मोन्स
पहले हैप्पी हार्मोन का नाम सिरोटोनिन है, दूसरा एंडोर्फिन, तीसरा ऑक्सीटोन और चौथा होता है डोपामाइन. अक्सर मानसिक तौर पर परेशान रहने वालों में या तो इन हार्मोन्स की कमी हो जाती है, या फिर इनका बैलेंस बिगड़ जाता है. जिसका सीधा असर हमारी मानसिक सेहत सहित पूरी सेहत पर पड़ता है. मूड और सेहत दोनों को अच्छा रखने के लिए यह बेहद जरूरी है कि आप कुछ ऐसा करते रहें, जिससे ये हार्मोन्स हमेशा बूस्टेड रहें और आप खुश रहे.
ऑक्सीटोसिन
ऑक्सीटोसिन को लव हॉर्मोन के नाम से भी जाना जाता है. इसका सिक्रीशन आमतौर पर तब ज्यादा होता है जब आप अपने किसी बहुत ही खास इंसान के पास होते हैं या उसके पास होते हैं, जिससे आप प्यार करते हैं. सीधे तौर पर कहें तो अच्छी फीलिंग इस हार्मोन के सिक्रीशन को बढ़ा सकती है.
रिवॉर्डिंग हॉर्मोन है डोपामाइन
डोपामाइन हार्मोन को रिवॉर्ड केमिकल भी कहा जाता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हमारी बॉडी में डोपामाइन हार्मोन तब रिलीज होता है, जब हमारे दिमाग को ऐसा इशारा मिलता है कि हमें कोई रिवॉर्ड मिलने वाला है. इसलिए इस हार्मोन को बैलेंस रखने के लिए हमें ऐसे टास्क को करते रहना चाहिए जिससे ये एहसास हो कि हम काफी अहम काम कर रहे हैं. आर्ट और आपकी सबसे पसंदीदा हॉबी इसमें सबसे ज्यादा सहायक साबित हो सकते हैं.
सिरोटोनिन अच्छा रखता है मूड
सिरोटोनिन हार्मोन को आप आसानी से मेडिटेशन करके बूस्ट कर सकते हैं. यह हार्मोन आपके मूड को शांत और अच्छा रखने में मदद करता है. इसलिए अगर किसी दिन आप अच्छा महसूस नहीं कर रहे हों तो योग और मेडिटेशन के जरिए इसे बूस्ट करने की कोशिश करें.
एंडोर्फिन
योग, अच्छी नींद, मेडिटेशन और डीप ब्रीदिंग आपको मानसिक तौर पर शांत रखने में मददगार होते हैं. इन सब की मदद से इस हार्मोन को बूस्ट किया जा सकता है. खुशी के हार्मोस में यह भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.