(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
दिल्ली की वो जगहें जहां रात ही नहीं बल्कि दिन में भी जाने से लोगों को लगता है डर, सैकड़ों हत्याओं की बनी है वजह!
दिल्ली की आबादी 1 करोड़ 67 लाख हैं, यहां लोगों को रहने के लिए जगह मुश्किल से ही मिल पाती है, लेकिन इस शहर की कुछ जगहे ऐसी भी हैं जहां दिन में भी लोग जाने से डरते हैं.
Delhi Haunted places: दिल्ली दिल वालों की तो आपने खूब सुना होगा, लेकिन दिल्ली के भूतिया इलाकों से शायद ही आप वाकिफ हों. दिल्ली में रहने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं. देश की राजधानी होने के नाते ये बेहद आम बात भी है. वहीं यहां जगह की सख्त कमी भी रहती है, लोगों को रहने के लिए जगह नसीब हो जाए वही मेहरबानी है, लेकिन यदि हम आपको दिल्ली की कुछ ऐसी जगहों के बारे में बताएं जहां रात तो छोड़ो दिन में भी आपको भीड़ नजर नहीं आए तो आप क्या कहेंगे? दरअसल ये वो जगहे हैं जहां दिन में भी लोग जाने से कतराते हैं. तो चलिए आज दिल्ली के उन्हीं सुनसान इलाकों के बारे में जानते हैं.
खूनी दरवाजा
दिल्ली का लाल दरवाजा जिसे खूनी दरवाजे के नाम से भी जाना जाता है. औरंगजेब ने अपने बड़े भाई दारा शिकोह का सिर कलम करवाकर इसी दरवाजे पर लटकाया था. मुगल काल में ये दरवाजा कई हत्याओं की वजह बना था. वहीं 1947 में इस दरवाजे पर सैकड़ों शरणार्थियों की हत्या कर दी गई थी. इस दरवाजे के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि आज भी इस दरवाजे पर चीखने पुकारने की आवाजें आती हैं. लोग तो यहां तक कहते हैं कि मानसून के मौसम में आज भी यहां की छत से खून की बूदें टपकती हैं, हालांकि इन दावों को सच साबित करने का आजतक कोई सबूत नहीं मिला है, लेकिन लोग इस दरवाजे पर जाने से दिन में भी डरते हैं.
अग्रसेन की बावड़ी
दिल्ली के कनॉट प्लेस जैसे व्यस्ततम इलाके में मौजूद अग्रसेन की बावड़ी में जाने में लोग दिन में भी डरते हैं. इस बावड़ी का निर्माण कब और किसने करवाया था इसका प्रमाण तो आज तक नहीं मिलता, लेकिन इतिहासकारों के मुताबिक ये महाभारत काल में बनवाई गई थी. जिसे खुद अग्रसेन नामक अग्रोहा के महान राजा ने बनवाया था.
इस बावड़ी को उस समय महिलाओं के लिए बनवाया गया था जिन्हें यहां आकर बेहद सुकून मिलता था. हालांकि अब ये बावड़ी को दिल्ली की प्रेतिया जगह के रूप में भी जाना जाता है. दरअसल कहा जाता है कि इस जगह पर मौजूद काला पानी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है और आत्महत्या करने पर मजबूर करता है. कहा जाता है कि इसमें अलग ही भूतिया शक्ति है जो लोगों को हिप्नोटाइज कर लेती है और सुसाइड करने पर मजबूर करती है. हालांकि लोग घूमने के उद्देश्य से इस जगह पर जरुर जाते हैं.
दिल्ली का कैंटोनमेंट
इस जगह को दिल्ली की सबसे खतरनाक जगहों में से एक माना जाता है. कहा जाता है कि आज भी यहां चीखने पुकारने की आवाजें आती हैं. लोगों का कहना है कि जो भी यहां से गुजरता है, उसे रास्ते में सफेद साड़ी पहनें औरत मिलती है और औरत लोगों से लिफ्ट मांगती है. लोग कहते हैं कि वो औरत गाड़ी के साथ ही तेज रफ्तार में चलती हुई दिखाई देती है और जिन लोगों ने ये अनुभव किया है, उनकी स्थिति बेहद भयानक रही है. इस वजह से ये दिल्ली की सबसे डरावनी जगह भी माना जाता है.
हाउस नंबर डब्ल्यू 3
साउथ दिल्ली के पॉश इलाके के ग्रेटर कैलाश में एक घर बना हुआ है हाउस नंबर डब्ल्यू 3, जीके 1. इस जगह पर एक बूढ़े दंपत्ति ने आत्महत्या कर ली थी, जिनके बाद इस दंपत्ति के शव पानी के टैंक में मिले थे. यहां के पड़ोसियों और आसपास के लोगों का कहना है कि इसके बाद से उनकी आत्माओं ने इस घर को कभी नहीं छोड़ा. लोग कहते हैं कि उन्हें घर में एक लटकी हुई अनछुई उपस्थिति का अनुभव हुआ है. वहीं आज भी घर से रोने, फुसफुसाने और हंसी की आवाजें भी सुनाई देती हैं. इस वजह से इस घर के आसपास भी जाने से लोग डरते हैं.
संजय वन
साउथ दिल्ली में स्थित संजय वन 7 बजे के बाद बंद हो जाता है. 10 वर्ग किमी में फैला ये वन दिल्ली की भूतिया जगहों में शामिल है. कहते हैं आज भी इस वन में एक बूढ़ी महिला के रोने की आवाजें आती हैं. यहां रात के समय ऐसा लगता है जैसे कोई महिला गेट पीट रही हो. वहीं रात के समय यहां कई लोगों ने अचानक धक्का लगना, जोरदार थप्पड़ पड़ना, गर्मी की रातों में कोहरे का दिखने चीजें महसूस की हैं.
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