सांप को दुनिया का सबसे खतरनाक और जहरीला जानवर माना जाता है. कुछ सांप इतने जहरीले होते हैं कि उनके काटने के बाद अगर इंसान को तुरंत इलाज नहीं मिलेगा, तो इंसान की मौत हो सकती है. आपने ये तो सुना होगा कि अवैध तरीके से सांप के जहर अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचा जाता है. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि दुनिया का सबसे मंहगा सांप कौन सा है और इसकी कीमत कितनी है. आज हम आपको दुनिया के सबसे महंगे सांप के बारे में बताएंगे.
सांप
सांप को दुनिया का सबसे जहरीला जानवर माना जाता है. हालांकि बहुत सारे ऐसे लोग भी हैं, जो सांप से नहीं डरते हैं. इसके अलावा दुनियाभर में कई लोग ऐसे भी हैं, जो सांप के जहर का इस्तेमाल नशे के तौर पर करते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि दुनिया अंतरराष्ट्रीय बाजार में किस सांप की कीमत सबसे ज्यादा है और ये इतना महंगा क्यों है.
दुनिया का सबसे महंगा सांप
बता दें कि दुनिया का सबसे महंगा सांप ग्रीन ट्री पाइथन होता है. इसके ग्रीन शेड्स के कारण यह सांप दिखने में भी बेहद खूबसूरत और आकर्षित लगता है. लेकिन असल में ये सबसे खतरनाक और जहरीला होता है. द रिचेस्ट डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक ग्रीन ट्री पाइथन करीब दो मीटर तक लंबा और 1.5 से 2 किलो तक वजनी हो सकता है. वहीं फीमेल ग्रीन ट्री पाइथन इससे थोड़ा और ज्यादा भारी हो सकता है. इसकी लंबाई भी पाइथन नर से अधिक होती है.
सांप की कीमत
जानकारी के मुताबिक ग्रीन ट्री पाइथन की कीमत करोड़ों में होती है. एक रिपोर्ट के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय बाजार में ग्रीन ट्री पाइथन की कीमत करीब तीन करोड़ रुपये के आसपास है. दरअसल ये सांप अपनी सुंदरता की वजह से डिमांड में काफी ज्यादा रहता है. इतना ही नहीं ये अनोखा सांप हर जगह आसानी देखा भी नहीं जाता है. इस सांप को सबसे ज्यादा इंडोनेशिया के द्वीपों और न्यू गिनी के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया में दिखा गया है. इसके अलावा बाकी जगहों पर ये सांप नहीं पाए जाते हैं.
ग्रीन ट्री पाइथन का इस्तेमाल स्नेक बाइट के लिए नहीं होता है. स्नेक बाइट में ज्यादातर कोबरा और ब्लैक मांबा जैसे जहरीले सांपों का इस्तेमाल होता है. ग्रीन ट्री पाइथन जैसे सांपों को जहर और अवैध तरीके से पालने के लिए किया जाता है. हर साल अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपये में इस सांप को खरीदा-बेचा जाता है. इसके अलावा भी बहुत प्रजाती के सांप है, जिनको उनके जहर के लिए बेचा जाता है.
ये भी पढ़ें: Guru Purnima 2024: ये हैं भारत के सबसे पुराने गुरुकुल, आज भी मौजूद हैं अवशेष