अपने आस-पास या नौकरी में आप सभी लोगों ने जरूर खलासी शब्द सुना होगा. खासकर भारतीय रेलवे में हेल्परों को खलासी कहा जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये शब्द कहां से आया है. आज हम आपको बताएंगे कि हेल्परों के लिए ये खलासी शब्द कहां से आया है. आखिर इसका मतलब क्या होता है.
खलासी शब्द
जानकारी के मुताबिक खला एक अरबी शब्द है. इसके कई अर्थ हैं जैसे अंतरिक्ष, आसमान, रिक्त स्थान, रिक्तता, शून्य , स्वर्ग, खालीपन आदि. बता दें कि इसी खला से बना है खाली शब्द, जिसका अर्थ होता है रिक्त करना है. दार्शनिक अर्थों में इसे शून्य भी कहा जाता है. इसी खाली से बना खलास और खलास से बना खलासी है.
क्या होता है इनका काम
ऐतिहासिक दस्तावेजों के मुताबिक मध्य युग में अरबी सौदागरों के जहाज को खाली कराने के लिए कुछ लोगों को तैनात किया जाता था. इसके बाद नहीं लोगों को खलासी कहा जाता था. जहाज को समुद्र में उतारना और उनकी मरम्मत का काम भी इन्हीं लोगों के जिम्मे था. यही वजह है कि समुद्री जहाजों में हेल्परों को ‘खलासी’ कहा जाता था, क्योंकि वे जहाज से सामान को उतारकर खाली करते थे.
जहाज पर सिर्फ तीन लोग
जानकारी के मुताबिक उस समय जहाज पर सिर्फ 3 तरह के लोग होते थे. पहले मुअल्लिम यानी जो नेविगेशन का काम करते थे. यही लोग आगे का रास्ता बताते थे. इसके अलावा दूसरा अल अस्कर, इन्हें नाविक कहते थे. इन्हें नाव का चालक कहा जाएगा. तीसरे इंसान को खलासी कहते थे. बता दें कि रेलवे में भी बहुत सालों तक खलासी शब्द का इस्तेमाल किया जाता था. लेकिन अब उसकी जगह हेल्पर शब्द का इस्तेमाल किया जाता है. इतना ही नहीं गुजराती, हिन्दी समेत कई भाषाओं में यही शब्द इस्तेमाल होता है. अंग्रेजी में खलासी की जगह लोग हेल्पर शब्द का प्रयोग करते हैं.
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