दुनियाभर में शादी की अलग-अलग परंपराएं हैं, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी जगह पर लड़कियां पान खाकर दूल्हा चुनती हैं? जी हां, यह सच है! बिहार के कुछ इलाकों में आज भी एक ऐसी अनोखी परंपरा है, जो सदियों से चली आ रही है. इस परंपरा में लड़कियां पान खाकर अपना जीवनसाथी चुनती हैं. चलिए आज इस परंपरा के बारे में जानते हैं.


पान का भारत में महत्व


पान भारत में एक लोकप्रिय पान का पत्ता है, जिसे अलग-अलग मौकों पर चबाया जाता है. लेकिन बिहार के इस इलाके में पान का महत्व कुछ और ही है. यहां पान को प्यार और स्वीकृति का प्रतीक माना जाता है. यदि कोई लड़की किसी लड़के द्वारा दिया गया पान खा लेती है, तो इसका मतलब है कि वह उस लड़के को पसंद करती है और उससे शादी करने के लिए तैयार है.


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कैसी होती है ये परंपरा?


इस परंपरा में लड़के और लड़कियां एक मेले में इकट्ठा होते हैं. इसके बाद लड़के अपनी पसंद की लड़की को पान देते हैं. अगर लड़की पान खा लेती है, तो दोनों परिवारों के बीच शादी की बात आगे बढ़ती है. यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और आज भी कई लोग इस परंपरा का पालन करते हैं.


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क्या है इसके पीछे का इतिहास?


इस परंपरा के पीछे का इतिहास बहुत पुराना है. कहा जाता है कि यह परंपरा आदिवासी समुदायों से जुड़ी हुई है. इन समुदायों में शादी के रीति-रिवाज काफी अलग होते हैं. पान खाकर दूल्हा चुनने की परंपरा भी इन्हीं रीति-रिवाजों का एक हिस्सा है.


आज के समय में जब शादियां अरेंज मैरिज के बजाय लव मैरिज की ओर बढ़ रही हैं, तब भी बिहार के इस इलाके में यह परंपरा बरकरार है. हालांकि, कुछ लोग इस परंपरा को पुराना मानते हैं और इसे बदलने की बात करते हैं. आज के समय में लोग इस परंपरा के बारे में अलग-अलग विचार रखते हैं. कुछ लोग इस परंपरा को पसंद करते हैं, जबकि कुछ लोग इसे बदलना चाहते हैं. हालांकि यह अलग बात है कि यह परंपरा बिहार के कुछ इलाकों में आज भी चल रही है और लोगों के जीवन का एक अहम हिस्सा है.                                            


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