दुनिया में हर समय जरूरतों के अनुसार नए-नए अविष्कार होते रहे हैं. कुछ जरुरतें इंसान की प्रकृति ने पूरी कीं तो वहीं कुछ जरुरतों को इंसान ने खुद नए-नए अविष्कार करके पूरा कर लिया. हालांकि कई चीजों का अविष्कार किया किसी और उद्देश्य से गया था, लेकिन अब उनका इस्तेमाल किसी दूसरी ही जगहों पर हो रहा है. उन्हीं में से एक है हाई हील्स.
जी हां, लड़कियां सुंदर दिखने के लिए या अपनी हाइट ज्यादा दिखाने के लिए जिन हाई हील्स को पहनती हैं असल में उनका अविष्कार ही लड़कों के पहनने के लिए हुआ था. तो चलिए इस हाई हील्स की कहानी को डिटेल में जानते हैं.
पहली बार क्यों बनाई गई थी हाई हील्स?
इतिहास को देखें तो हाई हील्स का अविष्कार 1000 ईसा पूर्व किया गया था. उस समय इसका अविष्कार करने के पीछे सोच ये थी कि इन्हें पहनकर मर्द और भी मर्दाना नजर आएंगे. इसी वजह से मर्दों के लिए ऊंचे सोल वाले जूते बनाए गए. इस हाई हील्स जूतों का इस्तेमाल सबसे पहले पर्शियन लोगों ने किया था. वहीं सबसे पहले घु़ड़सवारों के हाई हील्स पहनाई जाती थीं.
कैसे लड़कियों की पहचान बन गईं हाई हील्स?
कुछ समय बाद लड़कियां इन हाई हील्स का इस्तेमाल करने लगीं. उनपर ये हील्स जंचने भी लगीं और वो जल्द ही इसमें कंफर्टेबल भी हो गईं. जिसके बाद अब ज्यादातर लड़कियों के पैरों में हाई हील्स नजर आने लगी. लड़कियां इनमें आसानी से कंफर्टेबल हो जाती है. साथ ही इनके जरिए उनका फेशनेबल लुक भी पूरा हो जाता है. यही वजह है कि हाई हील्स लड़कियों की पहचान बन गई. हालांकि इतिहास खोलकर जब देखेंगे तो सच्चाई यही मिलेगी कि इनका अविष्कार लड़कियों नहीं बल्कि लड़कों के लिए किया गया था. अब भी यदि आप लड़कों के जूते देखेंगे तो आपको आसानी से ऊंचे सोल वाले जूते मिल जाएंगे.
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