भारत से काम के सिलसिले में लेकर हर साल कई हजार लोग विदेश जाते हैं. और यह संख्या साल दर साल घटती बढ़ती रहती है. कुछ देश ऐसे हैं जहां भारतीय कुछ सालों में ही उस देश की नागरिकता लेते हैं. इसके लिए वह वहां उस देश की महिला शादी करते हैं और कुछ नियमों का पालन करते ही उन्हें कुछ सालों के अंदर वहां की नागरिकता मिल जाती है. लेकिन सऊदी अरब में ऐसा नहीं होता. सऊदी अरब में भले ही कोई भारतीय या फिर कोई विदेशी किसी भी सऊदी महिला से शादी करें उसे वहां की नागरिकता नहीं मिलती. लेकिन सऊदी सरकार ने इसमें बदलाव कर दिए हैं. अब अगर कोई भारतीय नागरिक किसी सऊदी महिला से शादी करता है. तो उसके बच्चे को वहां की नागरिकता मिल सकती है. आइए जानते हैं क्या है तरीका. और साथ ही जानते हैं कि सऊदी अरब में किन कामों को भारतीय लोग नहीं कर सकते.
इस तरह मिल सकती है नागरिकता
सऊदी अरब में तकरीबन 30 लाख के करीब भारतीय नागरिक रहते हैं, वहां काम करते हैं. इनमें से कई लोगों ने सऊदी महिलाओं से शादी करके वहां घर बसा लिया है. लेकिन अब तक उन्हें भारत की नागरिकता नहीं मिल पाई है. अब ऐसे लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी यह आई है कि इनके जो बच्चे होंगे उन्हें सऊदी की नागरिकता मिल जाएगी. दरअसल सऊदी अरब सरकार ने अपनी नागरिकता के नियमों में बड़ा बदलाव किया है. नए नियमों के तहत अब प्रवासी पुरुष यानी कि जो कोई बाहर से आया है. सऊदी महिला के साथ शादी करके रह रहा है. तो ऐसे में उसके जो बच्चे होंगे उन्हें 18 साल की उम्र के बाद नागरिकता के लिए आवेदन करने का अधिकार दे दिया गया है. हालांकि इसके लिए कुछ नियम और शर्ते भी पूरी करनी होंगी. जिनके बाद ही आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो पाएगी.
नहीं कर सकते ये काम
जैसा कि सबको पता है सऊदी सरकार ने अपने देश के लिए कुछ कड़े कानून बनाए हैं. इसी के तहत सऊदी सरकार ने बाहर से आने वाले मजदूरों के लिए कुछ नियम कड़े कर दिए हैं. जिनके चलते अब वह सऊदी में 12 काम नहीं कर सकते. सऊदी कानून के नए नियम के मुताबिक घड़ी की दुकान से लेकर चश्मे की दुकान तक, मेडिकल इक्विपमेंट स्टोर, इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक शॉप्स और स्पेयर पार्ट्स आउटलेट जैसे कई कामकाजी सेक्टर हैं. जिनमें बाहर से आने वाले व्यक्ति काम नहीं कर सकते. बता दें कि सऊदी में भारत के करीब 30 लाख लोग काम करते हैं. ऐसे में वह सभी यह काम नहीं कर पाएंगे. जिनसे उनके लिए मुश्किल जरूर हो सकती है.
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