Coca Cola History : गर्मी का मौसम चल रहा है. इस मौसम में जब घर पर मेहमान आते हैं तो उनके लिए ठंडी कोल्ड ड्रिंक या सॉफ्ट ड्रिंक लाई जाती है. इसके अलावा, बर्गर, पिज्जा और चिकन के साथ भी जमकर सॉफ्ट ड्रिंक का इस्तेमाल किया जाता है. सॉफ्ट ड्रिंक में आपने कोका कोला का नाम जरूर सुना होगा. यह एक ऐसी सॉफ्ट ड्रिंक है, जिसे 18वीं शताब्दी में बनाया गया था और अब तक इसका कारोबार जबर्दस्त तरीके से चल रहा है. कोका कोला के रूप में ही दुनिया को सॉफ्ट ड्रिंक मिली थी, जिसे अब हम लगभग सभी चीजों के साथ पी रहे हैं.
कैसे हुआ कोका कोला का अविष्कार?
कोका कोला ही दुनिया की पहली सॉफ्ट ड्रिंक मानी जाती है. कोल्ड ड्रिंक का इतिहास काफी पुराना है, लेकिन सॉफ्ट ड्रिंक या कोका कोला दुनिया को 18 वीं शताब्दी में एक एक्सपेरिमेंट के दौरान मिली. इसे ड्रग्स की आदत को खत्म करने के लिए बनाया जा रहा था. 1886 में अटलांटा में जॉर्जिया की जैकब फार्मेसी में एक सीरप तैयार करने के दौरान डॉ. जॉन पेम्बर्टन ने कोका कोला को बना दिया था. कोका कोला में डॉ. जॉन ने सोडे का पानी मिलाया. फिर जब इसे लोगों ने चखा तो उन्हें इसका टेस्ट काफी पसंद आया. लोगों ने कोका कोला को इतना पसंद किया कि इसकी बिक्री शुरू कर दी गई, लेकिन इसे सिर दर्द की दवा के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था. चूंकि एक फार्मेंसी कंपनी ने इसे बनाया था.
कोका कोला ही नाम क्यों?
डॉ. जॉन पेम्बर्टन ने कोका कोला को बनाते समय कैफीन, कोका की पत्तियों का इस्तेमाल किया था. इस वजह से ही इस सॉफ्ट ड्रिंक का नाम कोका कोला पड़ा. कई मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि कोका कोला नाम फ्रैंक रॉबिनसन ने इस सॉफ्ट ड्रिंक को दिया था. हैरान करने वाली बात तो यह है कि उस समय कोका कोला एक दिन में सिर्फ नौ गिलास ही बन पाता था. फिर जब इसकी मांग बढ़ने लगी तो ज्यादा सॉफ्ट ड्रिंक बनाई जाने लगी.