घरों से लेकर रेस्टोरेंट और बड़े-बड़े रिजॉर्ट में आपने देखा होगा कि कैंडल का इस्तेमाल सबसे ज्यादा सजावट के लिए किया जाता है. आपने देखा होगा कि कुछ सेंटेड कैंडल ऐसे होते हैं, जिनके जलने के साथ ही कमरों में खूशबू फैलती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक्सपर्ट घरों में सेंटेड कैंडल को रखने के लिए मना करते हैं. आज हम आपको इसके पीछे की वजह बताएंगे, आखिर क्यों घरों में सेंटेड कैंडल रखना स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है.
कैंडल
कैंडल का इस्तेमाल पहले के समय सिर्फ घरों में रोशनी के लिए किया जाता था. लेकिन धीरे-धीरे अब जब हर जगह बिजली पहुंच चुकी है, तो कैंडल का इस्तेमाल अब फैशन के तौर पर किया जा रहा है. आपने कई इवेंट्स, घरों में और बड़े होटलों में देखा होगा कि कैंडल का इस्तेमाल अलग-अलग मौको पर किया जाता है. इनमें से कुछ कैंडल सेंटेड होते हैं, जिनके जलने से ही कमरों में खूशबू फैलती है. लेकिन अब एक्सपर्ट घरों में सेंटेड कैंडल जलाने के लिए मना करते हैं.
कैंडल का इस्तेमाल
कैंडल को ज्यादातर लोग सजावट के लिए इस्तेमाल करते हैं. इतना ही नहीं मन को अच्छा करने के लिए भी लोग अलग-अलग रंगों वाली कैंडल का इस्तेमाल करते हैं. कैंडल के जलने से लोगों का मन काफी अच्छा हो जाता है. हालांकि बाजार में आजकल खुशबूदार मोमबत्तियों का चलन काफी ज्यादा हैं. इस तरह की मोमबत्तियां रोशनी देने के साथ-साथ कमरे में अलग तरीके की खुशबू भी देती हैं, जिससे कमरे का माहौल और भी ज्यादा अच्छा और हल्का हो जाता है. बाजार में इस तरह की सेंटेड कैंडल आपको बड़ी आसानी से मिल जाती है, लेकिन इनकी कीमत आम मोमबत्तियों से बहुत ज्यादा होती है.
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घरों में सेंटेड कैंडल
आज के वक्त घरों में लोग सेंटेड कैंडल का काफी इस्तेमाल करने लगे हैं. घरों में अब लोग डिनर के अलावा अलग-अलग आयोजनों में भी सेंटेड कैंडल का इस्तेमाल करते हैं. सेंटेड कैंडल को लेकर खासकर युवाओं में क्रेज काफी तेजी से बढ़ा है. बाजार से लेकर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तक सेंटेड कैंडल मौजूद हैं, इनमें आपको अलग-अलग फ्लेवर के कैंडल मिल जाएंगे, तो मूड को काफी अच्छा और हल्का कर देते हैं. यही वजह है कि अब अधिकांश लोग नॉर्मल कैंडल की जगह सेंटेड कैंडल का इस्तेमाल करते हैं.
सेंटेड कैंडल खतरनाक
कुछ एक्सपर्ट के मुताबिक सेंटेड कैंडल घरों के लिए काफी खतरनाक होते हैं. गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विशेषज्ञ डॉक्टर सौरभा सेठी के मुताबिक घर में सेंटेड कैंडल्स नहीं रखने चाहिए. उनके मुताबिक सेंटेड कैंडल्स में थेलेट्स नामक कैमिकल होते हैं, जिससे शरीर का हॉर्मोन लेवल बिगड़ सकता है. उनके मुताबिक सेंटेड कैंडल्स की जगह सोया या बीजवैक्स ( मुधमुक्खी के छत्ते में पाया जाने वाला वैक्स) से बने नैचुरल कैंडल का इस्तेमाल करना ज्यादा अच्छा विकल्प होता है.
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