अगर कभी एलईडी, बल्ब, ट्यूबलाइट की बात होती है तो दिमाग में इन इमेज वाइट कलर के लाइट से बनती है. अधिकतर एलईडी या कोई और लाइट वाइट कलर की होती है या फिर पारदर्शी कांच की बनी होती है. लेकिन, कभी आपने काले रंग की एलईडी देखी है? शायद नहीं देखी होगी. मगर आजकल बाजार में काले रंग की एलईडी भी बाजार में बिक रही है और इसकी डिमांड बढ़ रही है. ऐसे में सवाल है कि आखिर काले रंग की एलईडी में क्या खास होता है और इससे लाइट किस तरह से निकलती है. इसके अलावा सवाल ये भी है कि आखिर काली एलईडी बल्ब को क्यों खास माना जा रहा है और इसकी डिमांड बढ़ रही है. 


क्या होती है ब्लैक लाइट?


ब्लैक लाइट बल्ब पूरे काले रंग का होता है. जिस तरह अन्य बल्ब या लाइट सफेद या पारदर्शी होती है, वैसे ये काले रंग का होता है. इसका उद्देश्य अन्य बल्बों की तरह रोशनी फैलाना या उजाला करना नहीं है, जबकि यह काफी कम लाइट प्रदान करता है. यह दूसरे बल्बों से अलग तरह से काम करता है. आप देखते होंगे, जब कोई सामान्य बल्ब चालू करते हैं तो कुछ तरंगे उत्सर्जित होती हैं और वो दिखाई भी देती हैं, लेकिन ब्लैक बल्ब की कहानी कुछ और है. वहीं, ब्लैक लाइट लंबी-तरंग पराबैंगनी प्रकाश उत्सर्जित करती हैं, जो लाइट उत्सर्जित नहीं करती है. 


कितनी होती है रोशनी?


इससे काफी कम रोशनी होती है और अंदर जलने वाली लाइट भी बाहर से देखी जा सकती है. इसमें खास तरह के फिल्टर का इस्तेमाल किया जाता है और इस वजह से यूवीए तरंगों को अलग तरीके से ट्रिट किया जाता है. अधिकतर ब्लैक लाइट सो बल्ब नीली या बैंगनी रंग की लाइट होती है और इससे निकलने वाली ब्लैक यूवी विकिरणों को नग्न आंखों से नहीं देखा जा सकता. इनसे प्रकाश काफी कम होता है और बस दूसरे सामान पर एक लाइट की परत देखी जा सकती है. 


हालांकि, कई ब्लैक लाइट बल्ब, विभिन्न अनुभव और कार्य प्रदान करते हैं. कुछ ब्लैक लाइट बल्ब पार्टियों के लिए तैयार होते हैं और उनके इस्तेमाल बेहतर डिजाइन बनाने में मदद मिलती है. इसके साथ ही इस्तेमाल पेंटिंग की ऑथेंटिकेशन, रिसर्च, दाग खोजने आदि के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं. इसने जरिए हल्की लाइट में एक्युरेट चीज को अच्छे से देखा जा सकता है. 


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