Hathras Satsang Stampede: हाथरस के सिकंदराराऊ में हो रहे सत्संग ने उस वक्त भयानक रूप ले लिया जब वहां भगदड़ मच गई और उसमें 122 लोगों ने अपनी जान गवां दी. बताया जा रहा है कि भगदड़ में 74 लोगों की मौत दम घुटने की वजह से तो वहीं कई महिलाएं और बच्चे ऐसे थे जो नीचे गिर गए और फिर उठ नहीं पाए. वहां कुचले जाने से उनकी मौत हो गई. खबरों के मुताबिक, कई महिलाओं और बच्चों की पसलियां टूटकर दिल और फेफड़े में घुस गई थीं. वहीं 15 लोगों के सिर और गर्दन की हड्डी टूट चुकी थी.
यही उनकी मौत का कारण भी बन गई. सबसे ज्यादा मौत का कारण कीचड़ के कारण लोगों के फिसलने को बताया जा रहा है. दरअसल ये सत्संग एक खाली मैदान पर हो रहा था. इस दौरान हल्की बारिश के चलते कीचड़ हो गया था. वहां लोग कीचड़ के चलते फिसल गए और फिर उठ नहीं पाए. वहीं पीछे वाले लोग उन्हें कुचलते हुए आगे निकल गए. ऐसे में सवाल ये उठता है कि कभी आप इस तरह की भगदड़ में फंस जाएं तो खुद को कैसे बचाएं? चलिए जान लेते हैं.
भगदड़ में ऐेसे बचाएं जान
यदि किसी कार्यक्रम के दौरान आप भगदड़ में फंस गए हैं तो सबसे पहले आपको घबराने की जरुरत नहीं है. उस समय आप शांति रखें. दरअसल जब भगदड़ मचती है तो लोग घबराने लगते हैं और उनका दिमाग काम करना बंद कर देता है और वो इधर-उधर भागने लगते हैं. जिसके चलते वो गिर जाते हैं और लोगों के पैरों तले कुचल जाते हैं.
जब भगदड़ मच रही हो तो आप भीड़ के अपोजिट डायरेक्शन में भागने की कोशिश करें. वहीं जमीन पर अपने पैरों को मजबूती से रखें. दरअसल जब भगदड़ मच रही होती है तो लोग तेजी से इधर-उधर भागते हैं. इस दौरान कई लोग फिसल जाते हैं और भीड़ के पैरों तले आ जाते हैं.
जल्दी से जल्दी सेफ जगह ढूंढें
भीड़ आपकी बात नहीं सुन रही हो तो वहां चिल्लाने और धक्का मुक्की करने से आपकी एनर्जी खर्च होगी. ऐसे में आप किसी बॉक्सर की तरह अपने हाथों को सीने पर रख लें, जिससे सांस घुटने की संभावना बेहद कम होगी और बेलेंस बना रहेगा. यदि आपको कोई जगह नहीं मिल रही हो तो किसी मजबूत चीज के सहारे उसे तेज पकड़कर वहीं खड़े हो जाएं.
नीचे गिर जाएं तब इन बातों का रखें ध्यान
वैसे तो आपकी पूरी कोशिश होनी चाहिए कि आप नीचे न गिरें, लेकिन फिर भी यदि आप नीचे गिर जाते हैं तो अपने शरीर के सेंसेटिव हिस्सों को बचाने की कोशिश करें. इस दौरान अपने सिर और छाती को पूरी तरह बचाएं. वहीं यदि आपके साथ कोई छोटा बच्चा हो तो उसका भी सिर और छाती बचाने की कोशिश करें. वहीं जब भगदड़ पूरी तरह खत्म हो जाएं तो वहां से उठें और तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.
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