World's First Same Sex Child: महिला को मां का दर्जा भगवान ने दिया है, क्योंकि उसी से जीवन का निर्माण होता है. लेकिन कभी-कभी लोग कुदरत को चुनौतियां देना शुरू कर देते हैं. यानी सेम सेक्स चाइल्ड पर बात शुरू कर देते हैं. इसे आप ऐसे समझ लीजिए कि एक मर्द या ट्रांसजेंडर से बच्चा पैदा किया जाएगा. ऐसा नहीं है कि यह भविष्य की प्लानिंग है, बल्कि ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें सेम सेक्स से बच्चा पैदा किया गया है. अगर आपके मन में इसको लेकर सवाल आ रहा है कि क्या यह संभव है तो कैसे? और पहला सेम सेक्स चाइल्ड कौन था? फिर यह स्टोरी आपके लिए है.
सेम सेक्स से बच्चा पैदा करने वाला कौन था?
दुनिया के पहले गर्भवती आदमी बनने वाले 'थॉमस बीटी' ने 2008 में ऐसा किया था. उन्होंने सिद्ध किया कि ट्रांसजेंडर व्यक्ति, जिनके पास महिला प्रजनन अंग (sex organ) हैं, वो बच्चे को जन्म दे सकते हैं. यह साबित करता है कि विज्ञान की मदद से अब ट्रांसजेंडर भी बच्चे को सेक्स चेंज करवाने के बाद जन्म दे सकते हैं.
थॉमस बीटी, जिसका मूल नाम ट्रेसी लेहुआनानी लागोंडिनो था, मुल रूप से वह एक महिला थी और बाद में तीन बच्चों के पिता के रूप में जानी जाने लगी. उनकी कहानी ने उन ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए रास्ता खोला जो सेक्स चेंज कराने के बाद बच्चा पैदा करना चाहती हैं. National Health Service (NHS) के जरिए अब ये लोग बच्चा पैदा करने का प्रस्ताव दे रहे है. एक दर्जन से अधिक महिलाओं ने अपने अंडों को संरक्षित करने का विकल्प चुना है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बाद में यदि वे बच्चे पैदा करने की इच्छा रखती हैं, तो उन्हें किसी भी बाधा का सामना नहीं करना पड़ेगा.
कैसे पैदा होता है बच्चा?
स्पेन में दंपति ने प्रजनन क्लिनिक की मदद से इसी साल मार्च में माता-पिता बनने की अपनी यात्रा शुरू की थी. उन्होंने माता-पिता बनने के लिए INVOCell नामक प्रजनन तकनीक का इस्तेमाल करने का फैसला लिया. INVOCell इंट्रावैजिनल कल्चर (IVC) के माध्यम से बच्चा पैदा करने की तकनीक है. इसके लिए एस्टेफेनिया की योनि में अंडे और शुक्राणु का एक कैप्सूल डाला गया. अंडे और शुक्राणु के कैप्सूल को 5 दिनों के लिए उसी जगह पर छोड़ दिया गया, जिससे प्राकृतिक रूप से गर्भ धारण करने में आसानी हुई. स्पेन में बच्चे को पैदा करने के लिए डॉक्टरों ने गर्भधारण के अगले स्टेज के लिए कुछ खास चीजों का ख्याल रखा. उन्होंने पेशेंट्स के गर्भाशय अंडे को ट्रांसफर करने से पहले भ्रूण का निरीक्षण और चयन किया गया. डेरेक के जन्म को संभव बनाने वाली टीम के एक डॉक्टर ने बताया कि इस (INVOCell ) प्रक्रिया में खासियत ये है कि दोनों भ्रूण को ले जा सकते हैं और जब तक जरूरत हो तब तक इसे एक-दूसरे के साथ साझा कर सकते हैं.
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