Emergency Alert Message: सोशल मीडिया वायरल की दुनिया का वो बेताज बादशाह है, जहां किसी खबर, व्यक्ति या फिर अफवाह को इतनी तेज हवा दी जाती है कि वह कब फेमस हो जाए पता ही नहीं चलता है. आज सुबह से एक स्क्रीनशॉट शेयर किया जा रहा है, जिसमें भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा एक नोटिफिकेशन भेजा गया है, जिसमें लिखा गया है कि उस नोटिफिकेशन से किसी को परेशान नहीं होना है. वह एक परीक्षण का हिस्सा है, जो भविष्य में किसी आपदा या युद्ध के बारे में देशवासियों को एक साथ सूचित करने को लेकर किया जाएगा. सरकार ने 20 जुलाई को इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम के बारे में पहली बार जानकारी दी थी. आज की स्टोरी में हम आपको बताएंगे कि जिस सिस्टम के जरिए सरकार यह मैसेज देशभर में एक साथ भेज रही है. उसका क्या नाम है और वह कैसे काम करती है.
इस टेक्नोलॉजी के जरिए भेजा जा रहा है मैसेज?
पिछली बार यानि 20 जुलाई को जब सरकार ने आने वाले समय में सभी को इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम से मैसेज आने को लेकर अपडेट दिया था, तब सरकार के तरफ से बताया गया था कि सेल ब्रॉडकास्टिंग टेक्नोलॉजी पर काम चल रहा है, जिसे सरकार जल्द ही टेस्टिंग के लिए उपयोग में लेगी. इस सिस्टम को नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के द्वारा बनाया गया है. भारत सरकार के तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, इसका इस्तेमाल देश में आई किसी भी आपदा के बारे में आम जनता को सूचित करने के लिए किया जा सकता है. सरकार अगर कोई महत्वपूर्ण जानकारी सरकार को देना चाहती है तो भी इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर सकती है. अभी तक इसे जियो और BSNL के यूजर्स पर टेस्ट किया गया है.
इसका आम जनता को कितना होगा फायदा?
वायरलेस इमरजेंसी अलर्ट आने वाले समय में भारत सरकार के लिए एक सबसे बड़ा हथियार साबित हो सकता है. जिसके माध्यम से वह न केवल प्राकृतिक आपदाओं जैसी स्थितियों में बल्कि युद्ध या अन्य प्रकार की आपात स्थितियों के दौरान जनता तक महत्वपूर्ण संदेश पहुंचा सकती है. यह किसी बड़ी महामारी के दौरान जरूरी सूचना और चेतावनी प्रसारित करने में भी काम आ सकता था. यह रेडियो या टीवी पर प्रसारित होने वाले आपातकालीन सूचना जैसा है, जो सिर्फ मोबाइल यूजर्स के लिए है.
क्या आया है मैसेज?
भारत सरकार के तरफ से आज भेजे गए इमरजेंसी अलर्ट मैसेज में लिखा गया है कि यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के माध्यम से भेजा गया एक नमूना परीक्षण संदेश है. कृपया इस संदेश पर ध्यान न दें क्योंकि इस पर आपकी ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यक्ता नहीं है. यह संदेश राष्ट्रीय आपदा प्रबंध प्राधिकरण द्वारा कार्यान्वित किए जा रहे अखिल भारतीय आपात अलर्ट सिस्टम को जांचने हेतु भेजा गया है. इस सिस्टम का उद्देश्य सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाना और आपात स्थिति के दौरान समय पर अलर्ट प्रदान करना है.
ये भी पढ़ें: Bharat Mandapam: जी-20 के बाद आप भी कर सकते हैं भारत मंडपम का दीदार, करना होगा बस ये काम