(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
पटियाला के नाम से कैसे पड़ा शराब के पेग का नाम? नहीं जानते होंगे आप
शराब के शौकीनों के लिए पटियाला पेग पहली पसंद होती है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि पटियाला के नाम से शराब के पेग का नाम कैसे जुड़ गया? चलिए जानते हैं.
आपने पटियाला पेग के बारे में तो सुना ही होगा. शराब का शौक रखते हों या न हों, लेकिन पटियाला पेग का नाम सभी जानते हैं. शराब के नाम पर इस पेग के कई शौकीन हैं, जिसमें आमतौर पर आधा गिलास शराब और आधा गिलास पानी होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस पेग का नाम पटियाला शहर से क्यों जुड़ा है? चलिए इसकी दिलचस्प कहानी को जानते हैं.
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शराब के पेग से कैसे जुड़ा पटियाला का नाम?
पटियाला पेग का इतिहास पंजाब के महाराजा भूपिंदर सिंह से जुड़ा हुआ है. महाराजा भूपिंदर सिंह एक शौकीन क्रिकेट खिलाड़ी थे और उन्हें क्रिकेट खेलना बहुत पसंद था. उस समय अंग्रेज भारत में शासन करते थे और क्रिकेट खेल अंग्रेजों का बेहद पसंदीदा खेल था.
महाराजा भूपिंदर सिंह अंग्रेजों के खिलाफ क्रिकेट मैच खेलना चाहते थे, लेकिन अंग्रेज उन्हें हराने के लिए हर संभव कोशिश करते थे. उन्होंने महाराजा भूपिंदर सिंह को हराने के लिए कई तरह की चालें चलीं. एक दफा महाराजा भूपिंदर सिंह ने अंग्रेजों को हराने के लिए एक चालाक योजना बनाई. उन्होंने अपने सभी खिलाड़ियों को मैच के दौरान शराब पीने के लिए कहा. लेकिन उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि खिलाड़ी बहुत ज्यादा शराब न पिएं. उन्होंने एक निश्चित मात्रा में शराब को पानी में मिलाकर पिया. इस मिश्रण को ही बाद में पटियाला पेग कहा गया.
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पटियाला पेग की वजह से हुई अंग्रेजों की हार?
जब अंग्रेजों ने देखा कि महाराजा भूपिंदर सिंह और उनकी टीम शराब पी रही है तो वे बहुत खुश हुए. उन्हें लगा कि अब वो आसानी से मैच जीत जाएंगे. लेकिन उन्हें नहीं पता था कि महाराजा भूपिंदर सिंह ने एक चालाक योजना बनाई है.
शराब पीने के बावजूद महाराजा भूपिंदर सिंह और उनकी टीम ने अंग्रेजों को हरा दिया. अंग्रेज इस हार से बहुत नाराज हुए. बस फिर क्या था इसके बाद से ही पटियाला पेग मशहूर हो गया. लोग इस पेग को महाराजा भूपिंदर सिंह की जीत से जोड़कर देखते हैं.
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