Judges Selection Process: चुनाव आयुक्त की नियुक्ति से कितना अलग है जजों के सेलेक्शन का प्रोसेस, जानें कौन लेता है फैसला
Judges Selection Process: भारत में जजों की नियुक्ति की प्रक्रिया थोड़ी जटिल है. इसके लिए पढ़ाई के साथ-साथ और भी कई प्रॉसेस होती हैं, जिनको फॉलो करना पड़ता है. इसके बारें में विस्तार से जानिए.

Judges Selection Process: दिल्ली हाई कोर्ट के जज यशवंत वर्मा के घर से भारी मात्रा में नगदी मिलने के बाद से वह लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. सुप्रीम कोर्ट के जज संजीव खन्ना में उनके ट्रांसफर के आदेश दिए हैं. ऐसे में लोगों के दिमाग में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर जजों का सेलेक्शन कैसे होता है और कौन यह फैसला लेता है. आइए आज आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.
कौन करता है जजों की नियुक्ति
भारत में सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है, लेकिन इस प्रक्रिया में एक कॉलेजियम प्रणाली शामिल है. इसके जरिए भारत के मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश उपयुक्त उम्मीदवारों की सिफारिश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. चलिए जानें कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जजों की नियुक्ति की क्या प्रक्रिया है.
कैसे होती है सुप्रीम कोर्ट के जजों की नियुक्ति
- संविधान के अनुच्छेद 124(2) के तहत भारत के राष्ट्रपति मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय के अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति करते हैं.
- भारत के सीजेआई न्यायाधीशों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करते हैं और उनसे सर्वोच्च न्यायालय के चार वरिष्ठ जजों से मिलकर बने कॉलेजियम से सलाह करने की अपेक्षा की जाती है.
- सीजेआई की राय मानने के लिए राष्ट्रपति बाध्य होते हैं और राष्ट्रपति से कॉलेजियम की सिफारिश पर कार्रवाई करने की अपेक्षा की जाती है.
कैसे होती है हाई कोर्ट के जजों की नियुक्ति
- संविधान के अनुच्छेद 217(1) के तहत देश के राष्ट्रपति उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश और न्यायाधीशों की नियुक्ति करते हैं.
- उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीशों की सिफारिश करने की प्रक्रिया शुरू करते हैं.
- सीजेआई उम्मीदवारों की सिफारिश करने से पहले उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और राज्य के राज्यपाल (यदि उच्च न्यायालय का क्षेत्राधिकार कई राज्यों पर है) से सलाह करते हैं.
- इसके बाद केंद्रीय कानून, न्याय और कंपनी मामलों के मंत्री सरकार के पास उपलब्ध सिफारिशों और अन्य रिपोर्टों पर विचार करते हैं.
कैसे काम करता है कॉलेजियम प्रॉसेस
- न्यायिक घोषणाओं के माध्यम से स्थापित कॉलेजियम प्रणाली न्यायाधीशों की नियुक्ति, पदोन्नति और स्थानांतरण की सिफारिश करने की प्रणाली के तहत काम करती है.
- सर्वोच्च न्यायालय के लिए, कॉलेजियम में भारत के मुख्य न्यायाधीश और सर्वोच्च न्यायालय के चार वरिष्ठ न्याय मूर्ति शामिल होते हैं.
- उच्च न्यायालयों के लिए कॉलेजियम में आमतौर पर हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और दो अन्य वरिष्ठ न्यायाधीश शामिल होते हैं.
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