आम मच्छर से कितना अलग होता है डेंगू का मच्छर? जानिए कैसी होती है इसकी बनावट
Endmalaria के अनुसार, हर साल करीब 10 लाख लोगों की मौत मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियों के कारण होती है. जिसमें डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी भी है. आइए जानते हैं डेंगू का मच्छर कैसा होता है.
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Mosquito: आपने मच्छरों से फैलने वाली खतरनाक बीमारी डेंगू के बारे में तो सुना ही होगा. डेंगू फैलाने वाले मच्छर का नाम मादा एडीज एजिप्टी है. मच्छरों की करीब 3500 प्रजातियां होती हैं. इनमें से कुछ ही प्रजातियां ऐसी हैं, जो अंडो के विकास के लिए इंसानों या अन्य जानवरों का खून पीती हैं. हमारे चारों ओर मच्छर ही मच्छर उड़ते रहते हैं. ऐसे में मादा एडीज एजिप्टी मच्छर की पहचान करना आवश्यक है ताकि आप समय रहते उसका खात्मा कर सकें.
एडीज एजिप्टी मच्छर
डेंगू बुखार चढ़ाने वाला मादा एडीज एजिप्टी मच्छर छोटा और गहरे रंग का होता है. इसकी टांगें ज्यादा खुली हुई नहीं होती हैं और न ही यह ज्यादा ऊपर तक उड़ पाता. इसलिए आमतौर पर यह टखनों और कोहनी पर काटता है. सूरज निकलने के दो घंटे बाद और सूर्यास्त से कई घंटे पहले तक यह सबसे ज्यादा एक्टिव रहता है. यह घर के अंदर काटता है. यह ऐसे पानी में अंडे देता है, जिसमें पत्तियां और शैवाल होते हैं. यह मच्छर जीका वायरस और येलो बुखार भी फैलाता है.
करीब एक माह की होती है आयु
मादा एडीज एजिप्टी मच्छर की उम्र तकरीबन एक महीना होती है. यह अपने जीवन काल में पांच सौ से एक हजार तक मच्छर पैदा करती है. मादा एडीज एजिप्टी मच्छर एक बार में 100 से 300 तक अंडे देती है. अंडों से लार्वा बनने में करीब 7 दिन का समय लगता है. लार्वा 4 दिनों में मच्छर का रूप ले लेता है और दो दिन बाद उड़ने लगता है. अधिक ठंडे वातावरण में लार्वा बनने में 14 दिन का समय लगता है.
इन बातों का रखें ख्याल
घर में रखी पानी की टंकी, बाल्टी और टब आदि को सप्ताह में एक दिन साफ कर जरूर सुखाएं. गमलों में रोज पानी दें, जिससे उनमें मौजूद मच्छरों का लार्वा नष्ट हो जाए. शरीर को पूरा ढकने वाले कपड़े पहनें. रेफ्रिजरेटर की ट्रे में पानी इकट्ठा न होने दें. मच्छरदानी का प्रयोग करें. कहने का अर्थ है कि मच्छर को पैदा होने से रोकने के लिए घर में कहीं भी रुका हुआ पानी इकट्ठा न होने और पहले से घूम से रहे मच्छरों के काटने से खुद को बचाएं.
endmalaria.org के अनुसार, हर साल करीब 10 लाख लोगों की मौत मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियों के कारण होती है. ये हमारे आसपास ही मौजूद होते हैं, इसलिए यह जरूरी है कि आप मच्छरों से अपना समुचित बचाव करें.
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