सर्दी के मौसम में कई जगहों पर तापमान गिरने के कारण नदी और झीलें जम जाती है. भारत में खासकर जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कई क्षेत्रों में नदी और झील जमकर बर्फ की चादर में तब्दील हो जाते हैं. अब सवाल ये है कि जब बर्फ जम जाती है, तो मछलियां जमी हुई बर्फ में कैसे जिंदा रहती हैं. आज हम आपको बताएंगे कि बर्फ के अंदर पानी में मछलियां और अन्य जलीय जीव कैसे जिंदा रहते हैं.
तापमान गिरने से बर्फ बन जाते हैं नदी और झील
आपने देखा होगा कि जब ठंड बढ़ जाती है और तापमान माइनस से काफी नीचे चला जाता है, तो नदी और झील सब जम जाते हैं. लेकिन क्या आपके मन में भी ये सवाल आता है कि जब नदी और झील जम जाते हैं, तो उसके अंदर मछलियां कैसे जिंदा रहती हैं. आज हम आपको इसके पीछे की कहानी बताएंगे.
नहीं जमता नदी के नीचे का पानी?
बता दें कि नदी और झील के नीचे का पानी नहीं जमता है. नदी या झील के नीचे की सतह का पानी नहीं जमने का कारण तापमान का चार डिग्री सेंटिग्रेट पर होना है. क्योंकि चार डिग्री सेंटिग्रेट तापमान पर पानी का फैलाव सबसे कम और उसका घनत्व(density) सबसे ज्यादा रहता है. वहीं झील और नदी की ऊपरी सतह के जमने का कारण पानी का अनियमित फैलाव होता है.
क्यों जमता सिर्फ ऊपर नदी का पानी?
बता दें कि ठंड के समय जब वायुमंडल का तापमान जब शून्य डिग्री सेंटिग्रेट से नीचे चला जाता है, तब नदी या झील की ऊपरी सतह का तापमान ठंडा होने लगता है. लेकिन जब सतह का तापमान चार डिग्री सेंटिग्रेट रहता है, तब पानी अधिक घनत्व की वजह से नीचे बैठ जाता है और सतह के नीचे जो पानी होता है उसे ऊपर की तरफ धकेल देता है. यह प्रक्रिया तब तक चलती है, जब तक पूरा पानी चार डिग्री सेंटिग्रेट के तापमान पर ना पहुँच जाता है. जब पानी का तापमान चार डिग्री सेंटिग्रेट से कम होने लगता है, तब उसका घनत्व भी कम होने लगता है. जिसके कारण सतह का पानी नीचे की तरफ नहीं जाता है और यह शून्य डिग्री सेंटिग्रेट होने पर जम जाता है.
पानी के नीचे कैसे जिंदा रहती हैं मछलियां
इसके अलावा नीचे की सतह के पानी का तापमान चार डिग्री सेंटिग्रेट ही रहता है. वहीं ऊपर की सतह पर बर्फ जमने के कारण वह नीचे के पानी के लिए एक कवच का काम करती है. जो नीचे की गर्मी को ऊपर नहीं आने देती है, जिस कारण बर्फ जमने के बाद भी जीव जीवित रहते हैं.
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