Indian Railways Revenue: भारतीय रेलवे के जरिए रोजाना करीब 3 करोड़ लोग यात्री इसमें सफर करते हैं. इस संख्या को ऐसे समझें कि पूरे ऑस्ट्रेलिया की कुल आबादी 2.75 करोड़ है. एक ऑस्ट्रेलिया से ज्यादा लोग रोजाना रेलवे से सफर करते हैं. इतने लोगों को अपने गन्तव्य तक पहुंचाने के लिए, भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क चलाती है. इस नेटवर्क को सफलता पूर्वक चलाने में 13 लाख से ज्यादा कर्मचारी सहयोग करते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि इतने बड़े रेल नेटवर्क को चलाने और लाखों कर्मचारियों को वेतन देने के लिए भारतीय रेलवे के पास पैसा कहां से आता है. आइए जानते हैं रेलवे के आय के स्रोत. 


किस तरह से पैसा कमाता है रेलवे?


ज्यादातर लोगों को लगता है कि टिकट से होने वाली कमाई से रेलवे सबसे ज्यादा पैसा कमाता है. मगर ऐसा नहीं है. टिकट के अलावा रेलवे और भी कई सारी सेवाएं देती है. इसमें माल ढोना, प्लेटफ़ॉर्म पर लगने वाले विज्ञापन, स्टेशन पर दुकानों से किराया जैसे स्रोत शामिल हैं. आपने कई फिल्मों में ट्रेन की शूटिंग देखी होगी. शूटिंग के लिए जगह देने से रेलवे को करोड़ों की कमाई होती है. इन सब में से रेलवे को सबसे ज्यादा कमाई माल ढुलाई से होती है. 


किस जगह से होती है कितनी कमाई 


आपको रेलवे के आय के स्रोत तो पता चल गए हैं. अब जानते हैं कि इनसे भारतीय रेलवे को कितनी-कितनी कमाई होती है. इनमें से कुछ आंकड़े जानकर आप चौंक भी सकते हैं. रेलवे मंत्रालय की वित्तीय वर्ष 2022-23 की रिपोर्ट में रेलवे से होने वाली आमदनी जिक्र है. इसके मुताबिक, रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 2.40 लाख करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया. यह पिछले साल से 25% यानी करीब 49 हजार करोड़ ज्यादा है. माल ढुलाई से भारतीय रेलवे को सबसे ज्यादा 1.62 लाख करोड़ रुपये की आमदनी हुई. इसके बाद सबसे ज्यादा आय पैसेंजर सेवाओं से हुई है.


रिपोर्ट के अनुसार, पैसेंजर रेवेन्यू से 63,300 करोड़ रुपये का राजस्व मिला है. रेलवे ने अन्य कोचिंग राजस्व के रूप में 5,951 करोड़ रुपये कमाए. वहीं, विविध राजस्व 8,440 करोड़ रुपये रहा. इसमें प्लेटफ़ॉर्म पर लगे विज्ञापन, दुकानों से आने वाला आय शामिल हैं. कर्मचारियों और बाकी खर्च निकालने के बाद बचने वाले मुनाफ़े को रेलवे के विकास में लगा दिया जाता है.