भारत में हिंडनबर्ग कंपनी की रिपोर्ट आने के बाद राजनीति तेज हो चुकी है. लेकिन आज हम आपको हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के अलावा बताएंगे कि हिंडनबर्ग कंपनी किसकी है और ये किस तरह के रिसर्च करते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि हिंडनबर्ग कंपनी का हिटलर से क्या कनेक्शन है. 


क्या है हिंडनबर्ग 


सबसे पहले ये जानते है कि हिंडनबर्ग रिसर्च क्या है. बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च अमेरिका की एक शॉर्ट सेलर रिसर्च कंपनी है. इस कंपनी का नाम ‘हिंडनबर्ग’ को लेकर काफी रोचक कहानी है. दरअसल साल 1937 में जर्मनी में हिटलर का राज था. उस वक्त जर्मनी  टैंक से लेकर हवाई जहाज और फाइटर प्लेन बनाने में जुटा था. एक कॉमर्शियल पैसेंजर प्लेन बनाया और इसका नाम रखा ‘हिंडनबर्ग एयरशिप’ या LZ 129 Hindenburg रखा गया था. जानकारी के मुताबिक यह उस दौर का सबसे बड़ा कॉमर्शियल प्लेन था. 6 मई 1937 को यह जहाज जर्मनी से अमेरिका के लिए उड़ान भरा था. लेकिन न्यूजर्सी के ऊपर पहुंचने पर अचानक प्लेन में तेज धमाका हुआ था. 


हिटलर से कनेक्शन


अब सवाल ये है कि इस कंपनी का हिटलर से क्या कनेक्शन है. जानकारी के मुताबिक ये प्लेन हिटलर के समय पर बना था और इसी हादसे से जोड़कर कंपनी का नाम रखा गया है. उस प्लेन हादसे में करीब 100 लोगों में से 35 लोगों की मौत हो गई थी. रिपोर्ट से पता चलता है कि इस जहाज में हाइड्रोजन गैस के 16 बड़े गुब्बारे थे और पहले भी इस तरह के गुब्बारे से हादसे हो चुके थे. 


कंपनी रिसर्च बेस


वेबसाइट के मुताबिक ये कंपनी में शेयर बाजार में हो रहे गोलमाल और गड़बड़ियों पर निगरानी रखती है. कंपनी का दावा है कि वह व्हिसल-ब्लोअर की तरह काम करती है. वित्तीय गड़बड़ियों और अनियमितताओं को सामने लाती है. इस कंपनी का मकसद शेयर बाजार में वित्तीय हादसे से लोगों को बचाना है.


कौन है हिंडनबर्ग रिसर्च के मालिक


हिंडनबर्ग रिसर्च की स्थापना साल 2017 में नाथन एंडरसन ने की थी. उन्हें नेट एंडरसन के नाम से भी बुलाते हैं. अमेरिका की कनेक्टिकट यूनिवर्सिटी से पढ़े नाथन ने अपने करियर की शुरुआत फैक्ट सेट रिसर्च सिस्टम नाम की एक डाटा फर्म से की थी. वो इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनियों के साथ काम करते थे. वॉल स्ट्रीट के एक इंटरव्यू में एंडरसन ने बताया था कि नौकरी के दौरान मुझे महसूस हुआ कि जिस कंपनी में वो काम कर रहे हैं, वो लोग बहुत साधारण विश्लेषण कर रहे हैं. इसके बाद उन्होंने खुद की फर्म शुरु करने का मन बनाया था.


हिंडनबर्ग कैसे करती है रिसर्च


हिंडनबर्ग रिसर्च कंपनी की रिपोर्ट कई पैरामीटर पर बनाती है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट मुख्य तौर पर तीन चीजों पर आधारित होती है. पहला वह निवेश के डाटा का विश्लेषण करते हैं. दूसरा इन्वेस्टिगेटिव रिसर्च करते हैं और तीसरा सूत्रों से मिली गुप्त जानकारी को भी अपनी रिसर्च का आधार बनाते हैं. 


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