इंसानों के विकास की कहानी में तैराकी का अध्याय प्रमुख रहा है. इंसान जब पहली बार पानी में उतरे होंगो तो उन्होंने एक नई दुनिया का अनुभव किया होगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंसानों ने पहली बार पानी की दुनिया को कब जाना. चलिए आज आपको इस आर्टिकल में बताते हैं आखिर इंसानों ने कब और कैसे तैरना सीखा.


निएंडरथल मानवों से जुड़ा है तैराकी का इतिहास


तैराकी के सबसे पहले जो सबूत मिले वो लगभग एक लाख साल पहले के हैं. डाउन टू अर्थ की एक रिपोर्ट के अनुसार, लगभग एक लाख साल पहले इटली के निएंडरथल मानव समुद्र में तैरते थे. ऐसा उनके कानों की हड्डियों से पता चलता है. दरअसल, निएंडरथल मानव समुद्र में गोता लगाकर सीपियां इकट्ठा करते थे. कई दशक बाद इन सीपियों को उन्होंने हथियार की तरह इस्तेमाल किया.


मिस्र के तैराक


मिस्र के पश्चिमी रेगिस्तान यानी वाडी सुरा की गुफाओं में 8000 ईसा पूर्व की कुछ आकृतियां मिली हैं. इसमें साफ-साफ देखा जा सकता है कि इंसान तैर रहे हैं. कहा जाता है कि मिस्र में पुरुषों के अलावा महिलाओं में भी तैराकी के कमाल के गुण थे.


अफ्रीका में तैराकी से जुड़ी कहानी


अफ्रीका में जहां से इंसानों के उत्पत्ति की कहानी जुड़ी है, वहां तैराकी बहुत आम थी. तैराकी अफ्रीका के लोग शिकार और मौज-मस्ती दोनों के लिए करते थे. इस महाद्वीप में आपको तैराकी से जुड़ी कई कहानियां मिल जाएंगी. जैसे इथोपिया की एक कहानी है. इस कहानी में दो ईर्ष्यालु पत्नियां होती हैं जो जुड़वा बच्चों को नदी में फेंक देती हैं. हालांकि, वहां मौजूद एक तैराक उन बच्चों को डूबने से बचा लेता है. ये कहानी सदियों पुरानी है, इसमें तैराक का जिक्र बताता है कि इंसान स्विमिंग बहुत पहले से जानता था.


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