भारत में ईवीएम से होता है चुनाव, जानिए अमेरिका में कैसे होता है मतदान
ईवीएम पर एलन मस्क के बयान के बाद एक बार फिर से ईवीएम को लेकर राजनीति तेज हो गई है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमेरिका में चुनाव किस माध्यम से होते हैं? ईवीएम पर क्यों कम भरोसा करते हैं अमेरिकी.
भारत में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें यानी ईवीएम की चर्चा एक बार फिर शुरू हो गई है. गौरतलब है कि भारत के 18 वीं लोकसभा चुनाव में ईवीएम के जरिए ही मतदाताओं ने मतदान किया था. लेकिन इस बार चर्चा की वजह टेस्ला के फाउंडर और दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क का ईवीएम पर दिया गया बयान है. आज हम आपको बताएंगे कि अमेरिका में चुनाव कैसे होता है और ईवीएम के जरिए चुनाव कराना कितना सुरक्षित माना जाता है.
ईवीएम
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें एक प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है. इसका इस्तेमाल चुनावों में मतों को रिकॉर्ड करने और गिनने के लिए किया जाता है. इन मशीनों का मुख्य उद्देश्य मत प्रक्रिया को सरल, तेज और विश्वसनीय बनाना है. भारत में लोकसभा से लेकर विधानसभा में ईवीएम मशीन का इस्तेमाल किया जाता है.
अमेरिका
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए आगामी 5 नंवबर को चुनाव होने वाला है. अमेरिकी नागरिकों को ईवीएम पर भरोसा नहीं होता है. अमेरिकी नागरिक ईवीएम के मुकाबले बैलेट पेपर अधिक भरोसेमंद करते हैं. जानकारी के मुताबिक अमेरिका में इस साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग होनी है, यह बैलट पेपर के जरिये ही होगा.
एक्स पर कैनेडी जूनियर की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए एलन मस्क ने कहा, 'हमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को खत्म कर देना चाहिए. इसे मनुष्यों या एआई द्वारा हैक किए जाने का जोखिम है, हालांकि छोटा है, लेकिन फिर भी बहुत अधिक है.'
दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार कैनेडी जूनियर ने एसोसिएटेड प्रेस का हवाला देते हुए एक्स पर एक पोस्ट किया था. इसमें उन्होंने कहा, ‘प्यूर्टो रिको के प्राथमिक चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों से संबंधित सैकड़ों मतदान अनियमितताएं सामने आई हैं. उन्होंने कहा कि सौभाग्य से यह एक पेपर ट्रेल था, इसलिए समस्या की पहचान की गई और वोटों की गिनती को सही किया गया था. सोचिए उन क्षेत्रों में क्या होता होगा, जहां कोई पेपर ट्रेल नहीं है?' उन्होंने आगे कहा था कि अमेरिकी नागरिकों के लिए यह जानना आवश्यक है कि उनके प्रत्येक वोट की गणना की गई है. उनके चुनावों में कोई सेंध नहीं लगाई जा सकती है. चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक हस्तक्षेप से बचने के लिए उन्हें पेपर बैलेट पर वापस लौटना होगा.
भारत में ईवीएम का फिर से जिक्र
एलन मस्क के इस ट्वीट के बाद अखिलेश यादव, राहलु गांधी समेत कई अन्य नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है. हालांकि भारत में ईवीएम का जिक्र कोई नई बात नहीं है. हर चुनाव के बाद राजनेता ईवीएम को लेक सैकड़ों सवाल खड़ा कर देते हैं.
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