स्पेस में जाने से पहले स्पेस एजेंसी अंतरिक्षयात्रियों की सभी सुरक्षाओं और जरूरतों का ध्यान रखती हैं. इसमें सबसे महत्वपूर्ण एस्ट्रोनॉट्स का स्पेस शूट होता है, जिसका इस्तेमाल एस्ट्रोनॉट्स स्पेस वॉक के दौरान या अंतरिक्ष यान से बाहर निकलने के लिए करते हैं. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि स्पेस सूट से ऑक्सीजन लीक होने पर अंतरिक्षयात्री की कितने देर में मौत हो सकती है. आज हम आपको इसका जवाब देंगे.
स्पेस
स्पेस की दुनिया रहस्यों से भरी हुई है. इन रहस्यों को सुलझाने के लिए स्पेस एजेंसी लगातार काम कर रही है. आपने भी देखा होगा कि जब स्पेस में एस्ट्रोनॉट्स जाते हैं, तो उनके साथ स्पेस सूट अलग से भेजा जाता है. इन स्पेस सूट का इस्तेमाल एस्ट्रोनॉट्स अंतरिक्षयान से बाहर निकलने या स्पेसवॉक के लिए करते हैं. बता दें कि इन स्पेस सूट में बहुत सारी खासियत होती है, जिसके जरिए ये अतंरिक्षयात्री स्पेस से बाहर निकल पाते हैं.
स्पेस सूट की खासियत
बता दें कि अंतरिक्षयात्री जब भी स्पेसवॉक पर जाते हैं, तो सेफ्टी के लिए खास स्पेससूट पहनते हैं. इन स्पेससूट के अंदर सांस लेने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन होती है. इसके अलावा प्यास बुझाने के लिए पानी भी मौजूद रहता है. एस्ट्रोनॉट्स स्पेसवॉक पर निकलने से घंटों पहले ही स्पेससूट पहन लेते हैं, बता दें कि ये सूट प्रेशराइज्ड होते हैं, यानी इनमें ऑक्सीजन भरी होती है. अपने यान से बाहर निकलने से पहले एस्ट्रोनॉट शुद्ध ऑक्सीजन लेते हैं, जिससे उनके शरीर में मौजूद नाइट्रोजन कैसे की मात्रा जीरो हो जाए. क्योंकि स्पेसवॉक के दौरान नाइट्रोजन होने से से दिक्कत हो सकती है.
ऑक्सीजन लीक होने पर क्या होगा ?
अब सवाल ये है कि अगर एस्ट्रोनॉट्स के सूट से ऑक्सीजन लीक होता है, तो ऐसी स्थिति में क्या होगा? बता दें कि किसी भी स्पेस सूट से ऑक्सीजन लीक होने की संभावनाएं बहुत कम होती है, क्योंकि इसे अच्छे तरीके से टेस्ट करने के बाद ही भेजा जाता है. इतना ही नहीं एस्ट्रोनॉट्स के पास ऑप्शन में दूसरा स्पेस सूट भी मौजूद रहता है. लेकिन हां, अगर स्पेस में ऑक्सीजन नहीं मिलता है, तो अंतरिक्षयात्री की मौत हो सकती है. इसको आप ऐसे समझिए कि जितने देर एस्ट्रोनॉट्स सांस रोक सकते हैं, सिर्फ उतने देर बिना ऑक्सीजन के जिंदा रह पाएंगे.
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