स्पेस में जाने वाले एस्ट्रोनॉट्स को अपनी यात्रा के दौरान खाना बहुत सोच-समझकर और ठीक तरीके से पैक करना पड़ता है, क्योंकि अंतरिक्ष में कोई खाना बनाने की सुविधा नहीं होती और वहां की स्थितियां पृथ्वी से पूरी तरह अलग होती हैं, इसलिए एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस में जाने से पहले ही अपनी जरूरत का पूरा खाना लेकर जाना पड़ता है, लेकिन सवाल ये उठता है कि एस्ट्रोनॉट्स कितने दिन का खाना लेकर जाते हैं और अगर उन्हें लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहना पड़े तो क्या होगा?


एस्ट्रोनॉट्स के लिए स्पेस में खाना कितना जरुरी?


अंतरिक्ष में काम करने वाले एस्ट्रोनॉट्स के लिए भोजन केवल पेट भरने का साधन नहीं होता बल्कि यह उनके शरीर में ऊर्जा और सेहत को बनाए रखने में भी मदद करता है. अंतरिक्ष में असामान्य परिस्थितियों में शरीर की ऊर्जा खपत ज्यादा होती है और इसी कारण उन्हें पर्याप्त पोषण और ऊर्जा की जरुरत होती है. इसके अलावा, लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने से हड्डियों और मांसपेशियों पर असर पड़ता है, जिससे उनका स्वास्थ्य बनाए रखना बहुत जरुरी हो जाता है.


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कितना खाना लेकर जाते हैं एस्ट्रोनॉट्स?


एस्ट्रोनॉट्स के अंतरिक्ष मिशन के हिसाब से उन्हें खाना दिया जाता जाता है. एक औसत अंतरिक्ष मिशन में एस्ट्रोनॉट्स को 7 से 30 दिन तक का खाना ले जाना पड़ता है, जो मिशन के समय और उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत जरुरी होता है. हालांकि, कुछ लंबी यात्रा वाले मिशनों में जैसे कि मार्स मिशन या अंतरिक्ष में विकसित बस्तियों की तैयारी के लिए, एस्ट्रोनॉट्स को महीनों का खाना ले जाना पड़ता है.


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अंतरिक्ष में कैसे तैयार होता है खाना?


अंतरिक्ष में भोजन खाना पृथ्वी पर खाने से बहुत अलग होता है. अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण की कमी होती है, जिससे खाने के लिक्विड और ठोस पदार्थ उड़ सकते हैं या फैल सकते हैं. इसलिए, अंतरिक्ष में खाने को इस तरह से तैयार किया जाता है कि वह उड़ने या फैलने से बच सके. बता दें अंतरिक्ष में ज्यादातर खाने को सूखा (डिहाइड्रेटेड) किया जाता है ताकि वह हल्का हो और पैक करने में आसानी हो. एस्ट्रोनॉट्स को इसे फिर से खाने लायक बनाने के लिए पानी डालना पड़ता है. इसके अलावा कुछ भोजन जैसे बिस्किट या एनर्जी बार्स कंप्रेस्ड (दबाकर पैक) होते हैं. ये जल्दी खाए जा सकते हैं और इनका आकार बहुत छोटा होता है, जिससे अंतरिक्ष में जगह बचती है. साथ ही खाने को लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए वैक्यूम पैकिंग की जाती है. इस तकनीक से खाद्य सामग्री ताजा रहती है और आसानी से पैक हो जाती है. इसके अलावा अंतरिक्ष में भोजन को खासतौर पर पोषण के हिसाब से तैयार किया जाता है. इसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और मिनरल्स का सही संतुलन होता है, ताकि एस्ट्रोनॉट्स की सेहत सही बनी रहे.


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