दुनियाभर में आज के वक्त अधिकांश लोग निवेश करने के लिए सोना को बेहतर समझते हैं. क्योंकि सोना इस समय दुनियाभर में मौजूद बेशकीमती धातुओं में से एक है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर साल दुनियाभर में कितना किलो सोना निकाला जाता है. आज हम आपको बताएंगे कि दुनियाभर में कितना किलो सोना निकाला जा चुका है और कितना किलो सोना बचा है.
सोना
दुनियाभर के लोग निवेश करने के लिए सोने को सबसे बेहतर मानते हैं. खासकर भारत में हर भारतीय परिवारों के पास आपको सोना से बने आभूषण मिल जाएंगे. सोना को सेफ हेवन भी कहा जाता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में भीलोगों ने सोने में निवेश करना सबसे बेहतर विकल्प समझा है. इसे टीना फैक्टर कहा जाता है. आज हम आपको बताएंगे कि दुनियाभर में कितना सोना बचा हुआ है और सोने का दाम क्यों बढ़ रहा है.
सोना में निवेश
आज के वक्त हर व्यक्ति फिजिकल गोल्ड में ही निवेश करना चाहता है. क्योंकि गोल्ड में निवेश करने से लोगों अत्यधिक फायदा होता है. वैज्ञानिकों के मुताबिक 200 मिलियन साल पहले पृथ्वी पर उल्कापिंडों के बरसने के कारण धरती पर सोना आया था. वहीं सोने को पृथ्वी से निकलाने की प्रक्रिया को माइन करना कहा जाता है. जानकारी के मुताबिक अभी तक माइनर्स ने धरती से कुल 2,01,296 टन सोना निकाला है. कहा जाता है कि धरती पर माइन हो चुके गोल्ड को यदि एक जगह पर इकट्ठा किया जाएगा, तो उससे एक ऐसा क्यूब बनेगा, जो दोनों तरफ 22 मीटर तक फैलेगा. क्यूब की ऊंचाई, लम्बाई और चौड़ाई सब बराबर होती है. आंकड़ों के मुताबिक अभी तक जितना गोल्ड माइन किया गया है, उसका मूल्य लगभग 12.5 ट्रिलियन डॉलर है.
कितना सोना अब भी दबा?
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, दुनिया में जब से सोने का खनन की शुरुआत से अब तक करीब दो लाख टन सोना निकाला जा चुका है. लेकिन 53,000 टन सोना अभी भी धरती के नीचे है. इसे अंडरग्राउंड रिजर्व कहा जाता है. यह रिजर्व कम-ज्यादा भी हो सकता है. इसके अलावा भारतीय महिलाओं के पास 21 हजार टन सोना है. यह मात्रा सबसे ज्यादा है और दुनिया के टॉप पांच बैंकों के पास भी इतना सोना रिजर्व नहीं है.
हर साल कितना सोना निकलता
जानकारी के मुताबिक हर साल भारत 774 टन सोने की खपत की तुलना में करीब 1.6 टन सोने का उत्पादन करता है. वहीं पूरी दुनिया में 3 हजार टन सोना निकाला जाता है. सोने के गहनों की सबसे अधिक खपत करने वाले देशों में पहला नाम भारत का है. दूसरे नंबर चीन का नाम आता है. बता दें कि ये दो पड़ोसी देश दुनिया भर के 50 प्रतिशत गोल्ड ज्यूलरी पर मालिकाना हक रखते हैं. इन्वेस्टोपीडिया पर मौजूद 2019 के आंकड़ों के मुताबिक भारत के लोगों के पास 136.6 टन सोने के गहने हैं, जबकि चीन के लोग 132.1 टन गहनों पर अधिकार रखते हैं.
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