T20 World Cup 2024: भारत ने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 7 रनों से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया है. इसकी खुशी पूरा देश मना ही रहा था और टीम इंडिया की भारत वापसी का इंतजार कर ही रहा था कि इसी बीच खबर आई कि वेस्टइंडीज में बेरिल साइक्लोन ने दस्तक दे दी है. जिसके चलते लगातार बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं और इस वजह से वहां आम जनजीवन के साथ हवाई यात्राएं भी प्रभावित हुई हैं.


इस बीच खबर आ रही है कि टीम इंडिया इसके चलते बारबाडोस में ही फंसी हुई है. बता दें ये वही जगह है जहां भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टी20 वर्ल्डकप फाइनल मैच खेला गया था. इस समय वहां तेज हवाएं चल रही हैं, हालांकि बताया जा रहा है कि टीम इंडिया जल्द ही भारत वापस लौटेगी. बता दें कि वेस्टइंडीज बेरील साइक्लोन के अलावा भी कई साइक्लोन से घिरी रहती है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि यहां के लोग कैसे सर्वाइव करते हैं और हर साल यहां कितने तुफान आते हैं.


क्या है बेरिल साइक्लोन?


इस तूफान को सबसे ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है, क्योंकि इसमें क्लोकवाइज हवाओं का घुमाव होता है. बता दें कि इसे उष्णकटिबंधीय चक्रवात भी कहा जाता है. ये एक तरह का चक्रवाती तूफान होता है, जो समुद्र के ऊपर उठता है. दरअसल जब भी समुद्र का तापमान ज्यादा होता है तो ऊपर मौजूद हवा गर्म होकर उठ जाती हैं और वो जगह खाली हो जाती है. फिर वहां ठंडी हवा पहुंचती है और चक्रवात तूफान बनता है, लेकिन जो तूफान उत्तरी अमेरिका और कैरेबियन आइलैंड में आते हैं, उन्हें हरिकेन कहा जाता है. इसकी घूमकर आने वाली हवाएं इसे और ज्यादा खतरनाक बनाती हैं.


बता दें कि बेरिल तूफान की वजह से 257 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं जो वहां ग्रेविटी पोर्स पर भी हावी हो सकती है. यदि इस हवा में कोई इंसान आ जाए तो वो भी हवा में उड़ सकता है.


वेस्टइंडीज में हर साल कितने तूफान आते हैं?


अब सवाल ये उठता है कि इस साइक्लोन की तरह क्या वहां हर साल ऐसे ही तूफान आते हैं और वहां के लोग कैसे रहते हैं? तो बता दें कि एक औसत अटलांटिक तूफान के मौसम में वहां 14 बड़े तूफान आते हैं, जिनमें से सात तूफान और तीन बहुत बड़े तूफान होते हैं. राष्ट्रीय समुद्री और वायुमंडलीय प्रशासन का अनुमान है कि 2024 का तूफान का मौसम औसत से काफी ज्यादा होगा, जिसमें 17 से 25 नामित तूफान होंगे. पूर्वानुमान में 13 तूफ़ान और चार प्रमुख तूफ़ान आने की बात कही गई है.


बता दें कि बेरिल अटलांटिक तूफान के मौसम में दूसरा सबसे नामित तूफान है, जो 1 जून से 30 नवंबर तक चलता है. इस महीने की शुरुआत में उष्णकटिबंधीय तूफान अल्बर्टो ने पूर्वोत्तर मेक्सिको में दस्तक दी और चार लोगों की जान ले ली थी. हालांकि तूफानी मौसम में वहां की सरकार विशेष सावधानियां बरतती है और लोगों को घरों से बाहर न निकलने जैसी हिदायत देती है.


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