Towel Washing: साफ-सफाई कितनी जरूरी है, यह बात ज्यादातर लोगों को कोरोना महामारी के दौरान समझ आई. शरीर की सफाई के तौर पर नहाना हो या हाथ-पैर और मुंह धोना हो, शरीर से पानी सुखाने के लिए हम सबसे पहले तौलिये का ही इस्‍तेमाल करते हैं. कुछ लोग अपने तौलिया को रोज धोते हैं. वहीं, कुछ लोग हफ्ते में एक, दो बार. आखिर तौलिए को धोने का सही तरीका क्या है और इसे कितनी बार इस्‍तेमाल करने के बाद धो लेना चाहिए? आइए जानते हैं.


गंदे तौलिए में होते हैं बैक्टीरिया


तौलिये से शरीर पौंछने पर उसके रेशों में कुछ बैक्‍टीरिया चिपक जाते हैं. जिसके बाद तौलिये में मौजूद नमी के कारण कीटाणुओं को पनपने के लिए अनुकूल वातावरण मिलता है. ऐसे में अगर आप तौलिए को बिना धोए और सुखाए बार-बार इस्‍तेमाल करते हैं तो इससे बैक्‍टीरिया आपकी त्‍वचा और नाक के रास्ते शरीर में पहुंचकर आपको बीमार भी कर सकते हैं.


तौलिया कितने दिन में धोना चाहिए


कुछ विशेषज्ञों के अनुसार, ज्‍यादा से ज्‍यादा तीन के बार इस्‍तेमाल के बाद आपको अपना तौलिया धोकर सुखा देना चाहिए. यानी अगर आप दिन में एक बार नहाते हैं तो तीसरे दिन इस्‍तेमाल करने के बाद अपने तौलिए को धो दें.


नहाने के बाद भी रह जाते हैं कुछ बैक्टीरिया


जब हम बाहर जाते हैं तो बैक्‍टीरिया, फंगल या वायरस हमारे हाथों सहित शरीर की अलग-अलग हिस्सों तक पहुंच जाते हैं. इसके बाद जब हम घर आकर नहाते हैं, तो नहाने के बाद भी कुछ बैक्टीरिया हमारी स्किन पर रह जाते हैं. जो तौलिए पर भी आ जाते हैं. ऐसे में अगर गंदे तौलिए को वापस से इस्तेमाल किया जाता है तो ये फिर से हमारी स्किन पर आ जाते हैं.


गंदा तौलिया है कई बीमारियों की जड़


बिना धोए गंदा तौलिया बार-बार इस्‍तेमाल करने से त्‍वचा रोग और एक्‍ने जैसी समस्‍या भी हो सकती है. यही नहीं, गंदा तौलिया इस्तेमाल करने से आप एक्जिमा, दाद या रैशेस जैसे गंभीर त्‍वचा रोगों का शिकार भी बन सकते हैं. कुल मिलाकर हमें अपने तौलिये को हफ्ते में कम से कम दो बार जरूर धोना चाहिए.


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