पीएम नरेंद्र मोदी ने अब तक कितनी बार लिया है शपथ, ये रिकॉर्ड इनके नाम
पीएम नरेंद्र मोदी आज यानी 9 जून के दिन तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. क्या आप जानते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अब तक अपने जीवनकाल में कितनी बार शपथ ले चुके हैं.
एनडीए गठबंधन के नेता नरेंद्र मोदी आज यानी रविवार शाम को अपने तीसरे कार्यकाल के लिए प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. उनके साथ ही एनडीए गठबंधन के कई सांसद और केंद्रीय मंत्री भी पद की शपथ लेंगें. लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि नरेंद्र मोदी के नाम पर कौन-कौन से रिकॉर्ड हैं.
सीएम से पीएम तक का रिकॉर्ड
नरेंद्र मोदी आज यानी 9 जून को तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं. बता दें कि जवाहरलाल नेहरू के बाद वह दूसरे ऐसे नेता हैं, जो तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. हालांकि नरेंद्र मोदी के नाम एक और दिलचस्प रिकॉर्ड है. नरेंद्र मोदी के पास अब 24 साल में 7 बार शपथ लेने का रिकॉर्ड है. बता दें कि वह 4 बार मुख्यमंत्री पद और अब तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं.
4 बार CM और तीसरी बार PM पद की शपथ
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी अक्टूबर 2001 में 51 साल की उम्र में पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे. इसके बाद फिर दिसंबर 2002 में उन्होंने दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली थी. दिसंबर 2007 और दिसंबर 2012 में भी गुजरात के मुख्यमंत्री बने और शपथ ग्रहण किया था. जानकारी के मुताबिक चार बार सीएम की शपथ लेने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी 2014 और 2019 में प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. वहीं आज 9 जून के दिन अब एक बार फिर प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं.
भारत के संविधान में राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री, सांसद, विधायक सभी के शपथ का प्रावधान है. संविधान के अनुच्छेद 75 में कहा गया है कि प्रधानमंत्री को राष्ट्रपति के सामने शपथ लेनी होगी. अनुच्छेद 75 (4) में प्रधानमंत्री व मंत्रियों के शपथ का प्रारूप दिया दिया है. इसी तरह अनुच्छेद 99 में संसद के सभी सदस्यों के शपथ से जुड़ा प्रावधान है. वहीं शपथ के बाद प्रधानमंत्री को एक प्रमाण पत्र जारी किया जाता है. जिस पर शपथ लेने की तारीख और समय लिखा होता है. इस पत्र पर पीएम के हस्ताक्षर भी होते हैं.
प्रधानमंत्री पद की शपथ
मैं <नाम> ईश्वर की शपथ लेता हूं, कि मैं विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा. मैं भारत की प्रभुता और अखंडता को अक्षुण्ण रखूंगा. मैं संघ के प्रधानमंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों का श्रद्धापूर्वक एवं शुद्ध अंतःकरण से निर्वहन करूंगा. तथा मैं भय या पक्षपात, अनुराग या द्वेष के बिना सभी प्रकार के लोगों के प्रति संविधान और विधि के अनुसार न्याय करूंगा.
गोपनीयता की शपथ
मैं <नाम> ईश्वर की शपथ लेता हूं कि जो विषय संघ के प्रधानमंत्री/मंत्री के रूप में मेरे विचार के लिए लाया जाएगा अथवा मुझे ज्ञात होगा, उसे किसी भी व्यक्ति या व्यक्तियों को तब के सिवाय जबकि प्रधानमंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों के संवहन निर्वहन के लिए ऐसा करना अपेक्षित हो. मैं प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संसूचित या प्रकट नहीं करूंगा.
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