Indian Passport Colours: एक दशक पहले, हवाई सफर को लग्जरी में गिना जाता था. लेकिन आज समय बदल गया है. हवाई यात्रा में रिकाॅर्ड उछाल देखा जा रहा है. सिर्फ दूसरे राज्य ही नहीं बल्कि विदेश जाने वाली आबादी में भी इजाफा हुआ है. 2022 में करीब 2 करोड़ भारतीय नागरिक विदेश यात्रा पर गए थे. विदेश जाने के लिए सबसे जरूरी चीज होती है पासपोर्ट (Passport). आपने नीले रंग का पासपोर्ट तो देखा होगा. लेकिन भारत सरकार एक नहीं बल्कि 4 अलग रंग के पासपोर्ट इश्यू करती है. विदेश पहुंचने के बाद भी यह काफी जरूरी होते हैं. यह भारतीय नागरिक होने की पहचान होता है. जानते है किस रंग का पासपोर्ट किन लोगों को दिया जाता है.


मरून
इस रंग का पासपोर्ट सबसे ताकतवर होता है. यह भारतीय डिप्लोमैट्स और सीनियर सरकारी अधिकारियों के लिए होता है. सीनियर गर्वनमेंट ऑफिशियल्स जैसे IPS, IAS रैंक के लोग को मरून रंग का पासपोर्ट जारी किया जाता है. इसको पाने के लिए अलग से ऐप्लीकेशन दी जाती है. इसमें व्यक्ति से डिप्लोमेटिक पासपोर्ट की जरुरत पूछी जाती है. इस रंग के पासपोर्ट धारकों को विदेशों में एमबेंसी से लेकर यात्रा के दौरान तक कई सुविधाएं दी जाती हैं. साथ ही देशों में जाने के लिए वीजा की जरुरत नहीं पड़ती. इनका इमिग्रेशन भी सामान्य लोगों की तुलना में काफी जल्दी और आसानी से हो जाता है.








नीला

नीला रंग सबसे आम रंग वाला पासपोर्ट होता है. यह भारत के आम नागरिकों के लिए बनाया जाता है. इसमें शख्स का नाम, बर्थडेट, बर्थप्लेस का जिक्र होता है. साथ ही उसकी फोटो, सिग्नेचर और उससे जुड़ी कुछ और जानकारियां मौजूद होती हैं. 

 


ऑरेंज

केंद्र सरकार ने साल 2018 से इस रंग के पासपोर्ट की शुरूआत की है. यह एक खास वर्ग के लिए बनाए गए है. इससे ऐसे व्यक्तियों की पहचान होती है जिन्होंने कक्षा 10 से आगे की पढ़ाई नहीं की है. इसका उद्देश्य विदेश में अशिक्षित नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. उन्हें दिशानिर्देशों को समझने के लिए किसी की सहायता चाहिए होती है. इनको एमिग्रेशन चेक रिक्यायर्ड(ECR)कैटेगरी का नाम दिया गया है.

 

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