देश में महंगाई के साथ पेट्रोल-डीजल का दाम बढ़ना आम बात है. देश में हमेशा पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर लोग विरोध प्रदर्शन करते हैं, क्योंकि देश में पेट्रोल-डीजल का दाम बढ़ना एक बड़ी समस्या है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पेट्रोल, डीजल पर डीलर को कितना कमीशन मिलता है. आज हम आपको बताएंगे कि आखिर 1 लीटर पेट्रोल पर डीलर को कितना कमीशन मिलता है.
पेट्रोल-डीजल की जरूरत क्यों?
भारत समेत दुनियाभर के देशों को पेट्रोल-डीजल की जरूरत है. क्योंकि बिना पेट्रोल-डीजल के गाड़ियां और कारखाने नहीं चल सकते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हमेशा पेट्रोल-डीजल का दाम इतना तेजी से क्यों बढ़ता है और 1 लीटर पेट्रोल बेचने पर डीलर की कमाई कितनी होती है.
इंटरनेशनल बाजार में तय होता है रेट
बता दें कि पेट्रोल-डीजल का दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में तय होता है. उदाहरण के लिए आज 14 जुलाई को अगर क्रूड ऑयल की कीमत 86.14 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल है, बता दें कि एक बैरल में 159 लीटर होते हैं. वहीं 14 जुलाई को मुद्रा बाजार में एक अमेरिकी डॉलर की कीमत 73.70 रुपए है, तो ऐसे में एक लीटर कच्चे तेल की कीमत 39.92 रुपए पड़ती है. वहीं भारत आने के बाद इस कच्चे तेल को रिफाइन किया जाता है. रिफाइन करने के दौरान भी खर्चा आता है. वहीं कच्चे तेल की रिफाइनिंग करने के बाद इसे डीलर को दिया जाता है. अब रिफाइन के बाद डीलर के लिए एक लीटर पेट्रोल की कीमत 42 रुपए पड़ेगी. इसमें ऑयल कंपनियों का कमीशन, एंट्री टैक्स, ढुलाई का खर्च आदि जुड़ा हुआ होता है.
एक्साइज ड्यूटी
इस प्रोसेस के बाद उदाहरण के लिए समझिए कि प्रति लीटर पेट्रोल पर डीलर को 3.66 रुपये का कमीशन दिया जाता है. हालांकि सरकार की तरफ से इन कमीशन में बदलाव हो सकता है. जानकारी के मुताबिक डीलरों को अभी प्रति लीटर करीब 2 फीसदी का कमीशन दिया जा रहा है. पेट्रोल पर प्रति लीटर 2.90 रुपये और डीजल पर 1.85 रुपये का कमीशन मिल रहा है. इसके बाद पेट्रोल की कीमतों में केन्द्र सरकार एक्साइज ड्यूटी लगाती है. ये भी सरकार बदलती रहती है. इसके बाद पेट्रोल की कीमतों पर हर राज्य अपनी-अपनी टैक्स नीति से वैट लगाता है, जिसके बाद आखिरी में जनता के लिए पेट्रोल की कीमत तय होती है. आसान भाषा में समझिए तो आप जिस पेट्रोल के लिए 100 रुपये चुकाते हैं, भारत में वो तेल आधे से कम दाम में आता है और कई तरह के टैक्स लगने के बाद उसका दाम करीब दोगुना होता है.
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