ईरान इन दिनों इजरायल पर मिसाइल अटैक का सामना कर रहा है. वहीं इजरायल छह फ्रंट वॉर लड़ रहा है. इजरायल हर ओर से आ रही मिसाइलों को नष्ट कर रहा है. इस बीच भारत के एयरफोर्स चीफ ए पी सिंह का बयान सामना आया है. उन्होंने कहा कि भारत के पास एयर डिफेंस सिस्टम की पर्याप्त संख्या नहीं है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि यदि भारत पर मिसाइल अटैक होता है तब क्या होगा और कितनी तबाही मचेगी? चलिए जानते हैं.


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भारत के पास क्या है मिसाइल डिफेंस सिस्टम?


भारत ने अपने मिसाइल डिफेंस सिस्टम को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। भारतीय सेना के पास कई तरह के मिसाइल डिफेंस सिस्टम हैं.


अकाश मिसाइल सिस्टम: यह एक स्वदेशी मिसाइल डिफेंस सिस्टम है, जो कम ऊंचाई पर उड़ने वाली मिसाइलों को निशाना बनाने में सक्षम है.


अकाश मिसाइल सिस्टम: यह एक स्वदेशी मिसाइल डिफेंस सिस्टम है, जो कम ऊंचाई पर उड़ने वाली मिसाइलों को निशाना बनाने में सक्षम है.


एस-400 त्रिशूल: यह रूस से खरीदे गए एक अत्याधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम है, जो लंबी दूरी तक की मिसाइलों को निशाना बनाने में सक्षम है.


आकाश-NG: यह अकाश मिसाइल सिस्टम का एक उन्नत संस्करण है, जो अधिक मारक क्षमता वाला है.


बाराक-8: यह एक समुद्री मिसाइल डिफेंस सिस्टम है, जो दुश्मन के जहाजों और विमानों से हमले को रोकने में सक्षम है.


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भारत का मिसाइल डिफेंस सिस्टम कितना प्रभावी है?


भारत के पास जो मिसाइल सिस्टम है वो इजरायल के आयरन डोम सिस्टम की तरह काम करता है. एयरफोर्स चीफ एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह ने कहा कि हमारे पास जो एयर डिफेंस सिस्टम जो है और जो हम खरीद रहे हैं वो उसी तरह कॉम्बिनेशन में वही काम कर सकते हैं जो आयरन डोम करता है. उन्होंने आगे कहा कि हमारे पास जो भी नए एयर डिफेंस वेपन सिस्टम होंगे जो वह काफी सक्षम होंगे, लेकिन इस बात में भी कोई दो राय नहीं है कि हमें नंबर बहुत ज्यादा चाहिए होंगे, अगर हमें सब कुछ प्रोटेक्ट करना है.


आगे क्या होगा?


भारत सरकार लगातार अपने मिसाइल डिफेंस सिस्टम को मजबूत करने पर काम कर रही है. भविष्य में भारत के पास एक और ज्यादा मजबूत और प्रभावी मिसाइल डिफेंस सिस्टम होगा. इसके अलावा भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को सुधारने के लिए भी प्रयास कर रहा है, ताकि क्षेत्रीय तनाव को कम किया जा सके.


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