अयोध्या की चर्चा इस वक्त पूरी दुनिया में है. 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम देश के अब तक के सबसे बड़े कार्यक्रमों में से एक होगा. हालांकि, आज हम आपका ध्यान इस कार्यक्रम से इतर अयोध्या की धरती पर बढ़ते जमीन के दामों की ओर ले जाएंगे.


कहा जा रहा है कि जिस दिन सुप्रीम कोर्ट की ओर से राम जन्मभूमि के पक्ष में फैसला आया, उसी दिन से वहां जमीन के दाम आसमान छूने लगे. आज स्थिति ये है कि जो जमीन वहां कुछ साल पहले लाखों में थी आज करोड़ों में पहुंच गई है.


कोर्ट के फैसले के बाद कितना बढ़ा रेट


टाइम्स ऑफ इंडिया ने इस पर एक रिपोर्ट की है. उस रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 में जब सुप्रीम कोर्ट की ओर से फैसला राम मंदिर के पक्ष में आया तो उसके बाद से ही मंदिर के आसपास की जमीनों के रेट बढ़ने लगे. इसमें कम से कम 25 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई. वहीं आने वाले समय में अयोध्या में खासतौर से राम मंदिर के आसपास के इलाके में जमीनों के रेट और भी ज्यादा बढ़ने वाले हैं.


जबकि इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट दावा करती है कि अयोध्या में जमीन आज से पांच साल पहले जिस रेट पर मिल रही थी, आज उसमें पांच से 10 गुना की बढ़ोतरी देखी जा रही है. यानी अगर आज से पांच साल पहले कोई जमीन 35 लाख की थी तो आज वह जमीन तीन करोड़ से ज्यादा की हो गई है.


अयोध्या में निवेश करें तो कितना रिटर्न मिल सकता है


अयोध्या में जमीनों के रेट तेजी से बढ़ रहे हैं. खासतौर से मंदिर के आसपास की जमीनें और तेजी से महंगी हो रही हैं. दरअसल, इस वक्त अयोध्या में मंदिर के साथ-साथ और कई विकास कार्य हो रहे हैं. सरकार इस शहर को एक बड़े टूरिज्म स्पॉट की तरह देख रही है. हमने जब अयोध्या में रहने वाले आदित्य सिंह से इस बारे में बात की जो प्रॉपर्टी का काम करते हैं तो उन्होंने कहा कि मंदिर से 10 किलोमीटर के आसपास खाली जमीन का मिलना काफी मुश्किल है. अगर कोई जमीन मंदिर के एक दम पास मिल जाए तो उसका रेट 20 हजार प्रति वर्ग फुट से 25 हजार प्रति वर्ग फुट है. आदित्य का कहना है कि अगर आप आज यहां प्रॉपर्टी में निवेश करते हैं तो आने वाले दो चार साल में यह जमीन आपको 15 से 20 गुना रिटर्न दे सकती है.


ये भी पढ़ें: अंतरिक्ष सैटेलाइट व्यू से कैसा दिख रहा है अयोध्या में राम मंदिर? यहां देखें तस्वीरें