पुरुषों को ज्यादा पसीना आता है या महिलाओं को? दिनभर में इतने लीटर बहा देते हैं आप!
Sweating Fact: इंसान के शरीर में तकरीबन 30 लाख पसीने की ग्रंथियां (Sweat Glands) होती हैं. कुछ लोगों को कम पसीना आता है, वहीं कुछ को बहुत ज्यादा, आइए इसके पीछे की वजह जानते हैं.
Sweating: गर्मियों की एक बात जो सभी को पसंद नहीं होती, वो है इस मौसम में बहुत ज्यादा पसीना आना. हालांकि, पसीना आना बुरा नहीं होता, इससे आपकी सेहत को कई तरह के फायदे भी होते हैं. गर्मियों के अलावा किसी भी मौसम में जब आप कुछ मेहनत का काम करते हैं, फिजिकली ज्यादा एक्टिव रहते हैं तो पसीना निकलता है. आपने देखा होगा कि कुछ लोगों को पसीना बहुत ज्यादा आता है तो कुछ को कम. लेकिन क्या कभी सोचा है कि आप एक दिन में कितना पसीना निकाल देते होंगे? क्या कभी यह जानने की कोशिश की है कि औरतों को ज्यादा पसीना आता है या मर्दों को...?
ज्यादा या कम पसीना आने का कारण
विज्ञान से पता चलता है कि इंसान के शरीर में तकरीबन 30 लाख पसीने की ग्रंथियां (Sweat Glands) होती हैं. जो सबसे ज्यादा हथेली में होती हैं. यही कारण है कि कुछ क्रिकेटर्स जल्दी-जल्दी अपने ग्लव्स बदलते हैं. हीटस्ट्रोक के मामले बहुत ज्यादा पसीना आना नॉर्मल है. दरअसल, कम या ज्यादा पसीना आना हमारे शरीर के आकार, हाइड्रेशन और फिटनेस पर निर्भर करता है.
हर घंटे आ सकता है इतना पसीना
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि एक व्यक्ति के शरीर से 1 घंटे में आमतौर पर 0.7 लीटर से लेकर 1.5 लीटर तक पसीना निकल सकता है. सैद्धांतिक तौर पर अधिक पानी पीने के बाद आप अगर ट्रेडमिल पर या पार्क में दौड़ रहे हैं या कोई अन्य गेम खेल रहे हैं तो आपको अधिक पसीना आने की संभावना रहती है.
एथलीट को आता है ज्यादा पसीना
फिजिकली ज्यादा एक्टिव रहने वाले लोगों को हर घंटे 1.5 से 1.8 लीटर तक पसीना आ सकता है. इतने ही समय में एक ट्राइएथलीट की बॉडी से 4 लीटर तक पसीना निकल सकता है. संयुक्त मैराथन दौड़, 112 मील की बाइक राइडिंग और 2.4 मील की तैराकी के दौरान करीब 15 लीटर पसीना आता है.
हर समय निकलता है बॉडी से पसीना
एनवॉयरमेंट और एक्सरसाइज फिजियोलॉजिस्ट लॉरेंस आर्मस्ट्रांग के मुताबिक, हमारे शरीर से लगातार पसीना निकलता रहता है, भले ही आप कितने भी डिहाइड्रेट क्यों न हों. पसीने से हमारे शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है.
पुरुष या महिला... किसे ज्यादा आता है पसीना?
पसीना आने में आसपास का वातावरण, बीएमआई, रोज ली जाने वाली दवाइयां और मेटाबॉलिज्म में असंतुलन, हार्मोन के साथ-साथ लिंग भी जिम्मेदार है. महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम पसीना आता है. इसकी वजह उनकी मांसपेशियां, हाई बॉडी मास इंडेक्स और हार्मोन हैं.
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