इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन के बीच जंग अभी तक थमी नहीं है. वहीं पिछले कई दिनों से इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच संघर्ष अपने चरम पर है. इस जंग में दोनों तरफ रॉकेट्स और मिसाइलें दागी जा रही हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इजरायल जब एक रॉकेट लॉन्च करता है, तो उसका कितना पैसा खर्च होता है. आज हम आपको बताएंगे कि इजरायल अपने एक रॉकेट पर कितना खर्च करता है. 


इजरायल 


बता दें कि गाजा में लगभग एक साल तक हमास के साथ लड़ने के बाद अब इजरायल ने लेबनान में हिजबुल्लाह के साथ नया मोर्चा खोल दिया है. वहीं लेबनान में पेजर विस्फोट के बाद अब इजरायल ने बेरूत में हिजबुल्लाह के गढ़ पर बमबारी शुरू कर दी है, जिसमें 500 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. लेकिन इस बीच यह महत्वपूर्ण सवाल है कि क्या इजरायल इस समय दूसरा मोर्चा संभाल सकता है? आज हम आपको इजरायल के सैन्य ताकते के बारे में बताने वाले हैं. 


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इजरायल सैन्य


इजरायल के पास अत्याधुनिक सैन्य उपकरण मौजूद है. इजरायल की सैन्य ताकत हमास और हिजबुल्लाह से काफी अधिक मजबूत है. हालांकि लेबनान में इजरायल को कुछ मोर्चे पर चोट खानी पड़ सकती है, लेकिन सैन्य ताकत के मामले में इजरायल अभी बहुत आगे है.


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 इजरायल एयर डिफेंस सिस्टम 


बता दें कि इजरायल एयर डिफेंस सिस्टम 'आयरन डोम' का लोहा पूरी दुनिया मानती है. आयरन डोम लगभग 90 प्रतिशत की एकुरेसी और दुश्मन मिसाइल का पता लगाकर उसका हवा में ही खात्मा करने के लिए मशहूर है. गौरतलब है कि मई, 1948 में इजरायल की स्थापना के अगले ही दिन फलस्तीन समेत मिस्त्र, लेबनान, जॉर्डन और सीरिया जैसे देशों ने उस पर हमला बोल दिया था, जिसका इजरायल ने भी मुंह तोड़ जवाब दिया था. 


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आयरन डोम की लागत


रिपोर्ट्स के मुताबिक दुश्मन मिसाइल और रॉकेटों को हवा में ही मार गिराने वाले इजरायल के सुरक्षा कवच आयरन डोम की लागत 3 लाख करोड़ रुपये के आस पास है. वहीं इसकी इंटरसेप्शन रेंज 2.5 मील से 45 मील तक है. इसके अलावा साल 2021 में राष्ट्रीय सुरक्षा अध्ययन संस्थान ने रिपोर्ट शेयर करके बताया था कि इजरायल के पास जो इंटरसेप्टर हैं, उनकी लागत 1 लाख डॉलर है, जबकि एक इंटरसेप्टर की लागत 50,000 डॉलर है. इंटरसेप्टर ही दुश्मन मिसाइल का खात्मा करता है. 


वहीं इजरायल हमास के सभी 5,000 रॉकेटों को मार गिराता है, तो उसकी लागत आती- 2,079 करोड़ रुपये है. इसके अलावा हमास की मिसाइलों की बात करेंगे, तो इसके पास कासम रॉकेट हैं, जिनकी लागत 300 से 800 डॉलर है. आसान भाषा में 25 हजार से 90 हजार के बीच हमास अपने एक रॉकेट को बनाने में खर्च करता है. इस हिसाब से हमास की एक मिसाइल को रोकने के लिए इजरायल लाखों रुपये खर्च कर देता है. द न्यू अरब ने इजरायली एक्सर्ट्स के हवाले से बताया कि हमास एक मिनट में करीब 140 मिसाइलें दाग सकता है. 


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