पैसा छापने में कितना पैसा खर्च होता है? क्या कभी सोचा है इस सवाल का जवाब
BRBNML से आरटीआई के जरिए जब इस पर जवाब मांगा गया तो उधर से मिली जानकारी के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 (FY22) में 10 रुपये के 1 हजार नोट छापने पर 960 रुपये खर्च करने पड़े थे.
भारतीय बाजार में नोट का चलन सिक्कों के मुकाबले ज्यादा है. यही वजह है की भारत सरकार भी सिक्कों के मुकाबले नोटों की छपाई पर ज्यादा जोर देती है. चलिए आज आपको इस आर्टिकल में बताते हैं कि आखिर भारत के 10, 20, 50, 100, 200 और 500 के नोट छापने में आरबीआई को कितना पैसा खर्च करना पड़ता है.
सबसे पहले तो ये जानिए RBI कितने नोट छाप सकता है
ऐसा नहीं है कि कोई भी सरकार या रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया जितने चाहे उतने नोट छाप ले. नोट कितने छापे जा सकते हैं, इसके लिए भी एक नियम है. दरअसल, RBI भारत में कितने नोट छाप सकता है ये न्यूनतम आरक्षित प्रणाली के आधार पर तय किया जाता है.
यह सिस्टम भारत में 1957 से काम कर रहा है. इस सिस्टम के अनुसार, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को 200 करोड़ रुपये की संपत्ति अपने पास रखनी होगी. जिसमें 115 करोड़ रुपये का स्वर्ण भंडार और 85 करोड़ रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा शामिल है. इतना पैसा स्टोर करने के बाद ही आरबीआई अर्थव्यवस्था की आवश्यकता के अनुसार, अनिश्चित काल तक मुद्रा छापने के लिए स्वतंत्र हो जाती है.
10, 20 और 50 के नोट छापने में कितना खर्च आता है
भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण लिमिटेड (BRBNML) से आरटीआई के जरिए जब इस पर जवाब मांगा गया तो उधर से मिली जानकारी के अनुसार, वित्त वर्ष 2021-22 (FY22) में 10 रुपये के 1 हजार नोट छापने पर 960 रुपये खर्च करने पड़े थे. इस हिसाब से देखें तो एक 10 का नोट छापने के लिए सरकार को 96 पैसा खर्च करना पड़ा था.
इसी वर्ष 20 रुपये के एक हजार नोट छापने पर 950 रुपये खर्च करने पड़े थे. यानी एक 20 रुपये के नोट को छापने में 95 पैसे का खर्च आया. जबकि, साल 2021-22 में 50 रुपये के एक हजार नोट छापने में 1,130 रुपये खर्च करने पड़े थे. यानी एक 50 रुपये के नोट को छापने में 1 रुपये 13 पैसे आरबीआई को खर्च करने पड़ते हैं.
100, 200 और 500 के नोट का भी गणित समझिए
इसी रिपोर्ट में बताया गया है कि आरबीआई को 100 रुपये के एक हजार नोट छापने में कुल 1770 रुपये खर्च करने पड़े थे. यानी 100 का एक नोट छापने में आरबीआई को 1.77 रुपये खर्च करने पड़े.
200 के नोट की बात करें तो इसी वित्त वर्ष में 200 के एक हजार नोट छापने में आरबीआई को 2370 रुपये खर्च करने पड़े. यानी एक 200 का नोट छापने में आरबीआई को 2.37 रुपये खर्च करने पड़ते हैं.
500 के नोट की बात करें तो आरबीआई को 500 के एक हजार नोट छापने में 2021-22 में 2290 रुपये खर्च करने पड़े थे. यानी एक 500 का नोट छापने में आरबीआई को 2.29 पैसे खर्च करने पड़े थे.
ये भी पढ़ें: भारतीय न्याय संहिता में हैं 5 किस्म के रेप, जानिए- ममता बनर्जी की सरकार ने कैसे सजा को बढ़ाया