बाजार में बिकने वाले चिप्स का पैकेट बाहर से देखने में जितना रंगीन होता है, अंदर से वो उतना ही खतरनाक होता है. उसके अंदर भरे स्वादिष्ट और कुरकुरे चिप्स सेहत के लिए घातक होते हैं. चलिए आज आपको बताते हैं कि आखिर एक चिप्स के पैकेट में कितना तेल होता है और ये स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक है.
चिप्स के पैकेट में कितना तेल होता है?
द नेक्ड साइंटिस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, अगर एक पैकेट चिप्स का वजन 50 ग्राम है तो उसमें इस वजन का लगभग 12 से 13 फीसदी तेल होता है. वहीं कुछ चिप्स के पैकेट में इस तेल की मात्रा 15 पर्सेंट से भी ज्यादा होती है. सबसे बड़ी बात की चिप्स के पैकेट में मौजूद ये तेल ट्रांस फैट्स होता है, जो सेहत के लिए हानिकारक होता है. साफ शब्दों में कहें तो ये तेल आपको अंदर से गंभीर रूप से बीमार कर रहा है.
कितना खतरनाक होता है ट्रांस फैट्स?
हाल ही में विश्व स्वास्थय संगठन (WHO) ने एक स्टेटस रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में 5 अरब लोगों का जीवन ट्रांस फैट्स ने घटा दिया है और अब वो लोग दिल की बीमारी के खतरे से जूझ रहे हैं. चिप्स के पैकेट में इस्तेमाल होने वाला तेल ट्रांस फैट ही होता है. यानी आप जितनी बार एक चिप्स का पैकेट खा रहे हैं, उतनी बार अपना जीवन संकट में डाल रहे हैं.
नियम क्या कहता है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानको के हिसाब से ट्रांस फैट्स की मात्रा प्रति सौ ग्राम में दो ग्राम से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. हालांकि, बाजार में उपलब्ध ज्यादातर प्रोडक्ट इन मानकों पर खरे नहीं उतरते. हालांकि, भारत में फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ने जनवरी 2022 में ही खाद्य पदार्थों को लेकर इस तरह के कई नियम लागू किए हैं. लेकिन बाजार में बिक रहे कितने प्रोडक्ट्स इन मानकों का पालन करते हैं ये कहा नहीं जा सकता. इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि बाजार में मौजूद तली चीजों से जितना हो सके उतनी दूरी बना कर रखें.
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