आज यानी 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन पूरा देश आजादी का पर्व मना रहा है. हम सभी लोग जानते हैं कि आजादी के साथ ही मुस्लिम नेताओं ने बंटवारे के साथ पाकिस्तान में रहना और जाना पसंद किया था. सोशल मीडिया से लेकर हर जगह भारत और पाकिस्तान की कई बार तुलना की जाती है. आज हम आपको बताएंगे कि भारतीय और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को पद से हटने के बाद पेंशन के तौर पर कितनी रकम हर महीने मिलती है.
भारत और पाकिस्तान
सबसे पहले ये जानते हैं कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की सैलरी कितनी होती है. बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हर महीने 1.40 लाख रुपए वेतन के रूप में मिलते हैं. ये वेतन टैक्स कटौती के बाद है. इसमें परिलब्धियां शामिल हैं. वहीं भारतीय प्रधानमंत्री का वेतन 1.6 लाख रुपए है, जिसमें सांसद के रूप में उन्हें मिलने वाला वेतन शामिल है. इसके अलावा भारतीय प्रधानमंत्री को कई और तरह के भत्ते मिलते हैं.बता दें कि भारत का एक रुपया पाकिस्तान के 1.88 रुपए के बराबर है. इस हिसाब से देखा जाएगा तो भारतीय पीएम की सैलरी पाकिस्तानी मुद्रा के सापेक्ष करीब तीन लाख रुपए होती है.
पाकिस्तानी पीएम को सुविधाएं
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को बड़ा सा आवास मिलता है. इसके अलावा ट्रांसपोर्ट, किचन और लांड्री का असीमित खर्च मिलता है. कई तरह के भत्ते मिलते हैं. इसके अलावा वो विदेश में कहीं से दो लाख रुपए कीमत का सामान मंगवा सकते हैं, इस पर कस्टम ड्यूटी नहीं लगती है. उसके पास एक लाख रुपए का वेकअप फंड होता है, वो राष्ट्रीय, धार्मिक या सांस्कृतिक इवेंट के आयोजन पर छह लाख रुपए तक खर्च कर सकते हैं.
सीनेटर और सांसदों का वेतन पीएम से ज्यादा
पाकिस्तान में सीनेटर, मेंबर ऑफ नेशनल असेंबली और मंत्रियों का वेतन प्रधानमंत्री से ज्यादा है. पाकिस्तान में सीनेटर का वेतन चार लाख रुपए, नेशनल असेंबली सदस्य का वेतन साढ़े तीन लाख है. जबकि केंद्रीय मंत्री 2.35 लाख रुपए है, तो राज्यों के मंत्री 2.15 लाख रुपए सैलरी के रूप में पाते हैं. वहीं पाकिस्तान में सबसे ज्यादा वेतन सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की होती है. ये करीब नौ लाख रुपए है. यानी उनका वेतन प्रधानमंत्री की तुलना में चार से पांच गुना ज्यादा है.
भारतीय पीएम को वेतन
भारत में प्रधानमंत्री पर आसीन व्यक्ति को भारत सरकार की तरफ से प्रतिमाह 1 लाख 66 हजार रुपये का वेतन मिलता है. इस राशि में 50 हजार रुपये का मूल वेतन, तीन हजार रुपये का खर्च भत्ता, 45 हजार रुपये का संसदीय भत्ता और दो हजार रुपये का दैनिक भत्ता शामिल है. पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से चुनावी हलफनामे में व्यक्तिगत संपत्ति का ब्यौरा 3.02 करोड़ दिया गया था। इसमें आय के दो प्रमुख स्रोत का जिक्र किया गया था, जिसमें पीएम पद पर मिलने वाला वेतन और उस पर मिलने वाला ब्याज शामिल था.
राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को अधिक मिलता है वेतन
भारत में प्रधानमंत्री से अधिक वेतन राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को मिलता है. देश में राष्ट्रपति का वेतन प्रतिमाह 5 लाख रुपये है, जबकि उपराष्ट्रपति का वेतन 4 लाख रुपये है. साल 2018 से पहले राष्ट्रपति को 1 लाख 50 हजार रुपये मिला करते थे, जबकि उप राष्ट्रपति को एक लाख 25 हजार रुपये मिला करते थे.
प्रधानमंत्री को मिलने वाली अन्य सुविधाएं
प्रधानमंत्री को वेतन के अलावा अन्य सुविधाएं दी जाती हैं, जिसमें 7, लोक कल्याण मार्ग पर स्थित सरकारी आवास शामिल है. वहीं, आधिकारिक यात्रा के लिए एयर इंडिया स्पेशल वन जहाज शामिल है. इसके अलावा साथ ही एक बुलेट प्रूफ गाड़ी और सुरक्षाजवानों की सुरक्षा शामिल है.
भारतीय पीएम को पेंशन
भारतीय प्रधानमंत्री को 1 लाख से अधिक का हर महीने पेंशन मिलता है. बता दें कि भूतपूर्व प्रधानमंत्रियों को एक केबिनेट मंत्री के बराबर की सुविधाएँ मिलती हैं. इसमें आजीवन मुफ्त आवास, नि:शुल्क चिकित्सा सहायता, 14 लोगों का सचिव स्टाफ, छह घरेलू स्तर के हवाई टिकट (एग्जीक्यूटिव क्लास),पूरी तरह फ्री रेल यात्रा, 5 साल तक ऑफिस का पूरा खर्च, एक साल तक SPG सुरक्षा, ज़िंदगीभर के लिए मुफ्त बिजली और पानी और पांच साल के बाद एक निजी सहायक और पिओन, वायु और ट्रेन यात्रा, कार्यालय खर्च के लिए सालाना 6,000 रुपये मिलते हैं.
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