Nutmeg And Mace spice: जी हां, एक ही पेड़ पर उगते हैं ये दोनों मसाले! बहुत कम लोग जानते होंगे ये खास बात
Nutmeg And Mace: मसालों की दुनिया आश्चर्यों से भरी है. किसी पेड़ के पत्तियां मसाले के रूप में यूज होती हैं तो किसी की छाल बेस्ट स्पाइस होती है. यहां एक फल से मिलने वाले दो अलग मसालों के बारे में जानें
Different Spices From Same Plant: मसालों की दुनिया बहुत ही मनोरंजक और हैरान करने वाली है. यदि आप गहराई से रुचि लेकर एक-एक मसाले के बारे में जानकारी जुटाना शुरू करें तो शायद उम्र छोटी पड़ जाए! क्योंकि मसालों का संसार बहुत अधिक फैला हुआ है और कितने ही मसाले ऐसे हैं, जो रेयर स्पाइस की कैटिगरी में आते हैं और मार्केट में आराम से मिलते भी नहीं है. खैर, यहां बात हो रही है दो ऐसे मसालों की जो गुण, स्वाद, गंध में एक-दूसरे से एकदम अलग होते हैं लेकिन लेकिन ही पेड़ से आते हैं.
खास बात यह है कि ये मसाले सिर्फ एक से पेड़ ही नहीं आते बल्कि पेड़ के एक ही फल से भी आते हैं. आमतौर पर जब आपको किसी एक पेड़ से दो मसाले मिलने की बात कही जाए तो मन में पहला खयाल ये आता है कि एक मसाला फल से मिलता होगा और दूसरा पत्तियों से या तने से. लेकिन जिन अलग मसालों की हम बात कर रहे हैं, ये पेड़ पर लगने वाले एक ही फल से प्राप्त होते हैं और इनका नाम है जायफल और जावित्री (Nutmeg and Mace Spice).
अधूरा रहेगा बिरयानी का स्वाद
- यदि आप बिरयानी लवर हैं तो आपको जरूर पता होना चाहिए कि बिरयानी में वो लजीज स्वाद और मनमोहक सुगंध तब तक नहीं आएंगे जब तक इसमें जावित्री ना डाली जाए.
- सिर्फ और स्वाद और सुगंध बढ़ाने के लिए ही नहीं बल्कि ढेर सारे हेल्थ बेनिफिट्स के लिए भी भोजन में जावित्री का उपयोग किया जाता है. जैसे, इसे खाने से कब्ज, डायरिया, मितली की समस्या दूर रहती है.
पूरी नहीं होती हवन सामग्री
- आपको बता दें कि जायफल का उपयोग यूं तो दवाओं से लेकर भोजन तक कई प्रकार से होता है. लेकिन साथ ही ये हवन सामग्री का एक अहम हिस्सा है. नवरात्रों के समय मां दुर्गा की पूजा में तो जायफल विशेष रूप से अर्पित किया जाता है.
- चेहरे पर लगाने जायफल का फेसपैक बहुत असरकारी होता है. खासतौर पर उन लोगों को इसका उपयोग अपनी स्किन पर जरूर करना चाहिए, जिन्हें कील-मुहांसों की समस्या अधिक रहती है.
- जायफल में ऐंटी-डिप्रेशन प्रॉपर्टीज बहुत अधिक होती हैं, यही कारण है कि आयुर्वेद के माध्यम से एंग्जाइटी और अवसाद के उपचार में जायफल का उपयोग किया जाता है.
यहां होता है जायफल और जावित्रा का सबसे अधिक उत्पादन
- पूरी दुनिया में इंडोनेशिया (Indonesia)एक ऐसा देश है, जहां जायफल और जावित्री का सबसे अधिक उत्पादन होता है. यहां से केवल वे देश इसकी खरीदारी नहीं करते, जो इन्हें मसालों के रूप में उपयोग करते हैं बल्कि वे देश भी इसकी खरीदारी करते हैं, जो दवाओं का प्रोडक्शन बड़ी मात्रा में करते हैं. क्योंकि जायफल पेट की सेहत के लिए बनाई जाने वाली दवाओं में यूज होती है तो जायफल के केमिकल कंपाउंड्स का यूज मेंटल हेल्थ, स्किन हेल्थ और ऐंटी-एर्जिक ड्रग्स बनाने में किया जाता है.
- हमारे देश के अंदर जायफल और जावित्री का सबसे अधिक उत्पादन केरल राज्य में होता है. इसके बाद कर्नाटक और महाराष्ट्र का नंबर आता है. आपको जानकारी के लिए बता दें कि केरल हमारे देश की 'लैंड ऑफ स्पाइस' है. जबकि पूरी दुनिया में सबसे अधिक मसाले हमारे ही देश में उगाए जाते हैं, इसलिए हमारे देश को दुनिया की 'लैंड ऑफ स्पाइस' बोले तो 'मसाला फैक्ट्री' कहा जाता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी गूगल पर उपब्ध डेटा, अलग-अलग रिसर्च साइट्स से प्राप्त फैक्ट्स पर आधारित है.
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