पता चल गया तोते इंसानों की तरह कैसे बोल लेते हैं, आप भी जान लीजिए इसके पीछे की साइंस
तोते के दिमाग पर वैज्ञानिक बीते 34 वर्षों से शोध कर रहे थे. इस शोध से पता चला कि तोतों के दिमाग के बाहरी रिंग में मौजूद शेल इन्हें कोई भी भाषा सीखने में मदद करते हैं.
इंसानों के सबसे पसंदीदा पक्षी के बारे में जब भी बात होगी उसमें तोतों के नाम को जरूर शामिल किया जाएगा. ये सदियों से इंसानों के साथ हैं. यही वजह है कि कुछ तोते इंसानों की भाषा भी सीख जाते हैं. दरअसल, अगर आप किसी तोते को पालते हैं और उसे हर रोज अपनी भाषा सिखाने की कोशिश करते हैं तो एक समय बाद वो आपकी कही बातों को दोहराने लगता है. ये गुण और किसी पक्षी में नहीं दिखता. यही वजह है कि इंसानों के मन में ये सवाल हमेशा रहता है कि आखिर इस पक्षी में ऐसा क्या खास है कि ये इंसानों की भाषा की नकल कर सकता है. चलिए आज के आर्टिकल में आपको बताते हैं कि आखिर इस पक्षी के गले में ऐसी क्या चीज है जिसकी मदद से ये इंसानों की भाषा की नकल कर सकता है.
क्या खास होता है इनके गले में
आज से कुछ सौ साल पहले जब भी कुछ ऐसा होता था, जिसे इंसान समझ नहीं पाते थे तो वो उसे चमत्कार या फिर भगवान से जोड़ कर देखने लगते थे. लेकिन अब विज्ञान ने काफी तरक्की कर ली है, इंसान मशीनों और तकनीक की मदद से हर चीज़ या घटना के पीछे की असली वजह को पता कर सकता है. यही वजह है कि तोतों के बोलने के पीछे की साइंस भी अब पता चल गई है. वैज्ञानिकों ने जब तोते के शरीर पर शोध किया तो पता चला कि उनके गले में एक सिरिंक्स नाम का अंग होता है, जो उसकी श्वासनली में स्थित होता है...यही अंग तोतों को इंसानी भाषा बोलने में मदद करता है.
दिमाग का भी होता है खेल
दरअसल, तोते के दिमाग पर वैज्ञानिक बीते 34 वर्षों से शोध कर रहे थे. इस शोध से पता चला कि तोतों के दिमाग के बाहरी रिंग में मौजूद शेल इन्हें कोई भी भाषा सीखने में मदद करते हैं. ऐसे देखा जाए तो ये शेल हर पक्षी के दिमाग के बाहरी रिंग में मौजूद होते हैं, लेकिन तोतों के शेल अन्य पक्षियों के मुकाबले काफी बड़े होते हैं. यानी ये पक्षी किसी और पक्षी के मुकाबले तेजी से कोई भाषा सीख सकते हैं और उन्हें समझ कर दोहरा भी सकते हैं.
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