Indian State Name: भारत में नाम से लेकर त्योहार तक और आदमी से लेकर जानवर तक हर किसी का एक अलग मतलब होता है. भारत विविधताओं का देश है. यहां हर बात का एक खास मतलब होता है. ऐसे में अगर उस देश के राज्य के नाम रखने की बारी आए तो देश के विद्वान बिना मतलब का नाम कैसे तय कर देते? यही वजह है कि देश के राज्यों का नाम वहां मौजूद खासियत के आधार पर पड़ा है. आज हम आपको उन पांच राज्यों के नामकरण के बारे में बताने वाले हैं, जिसका मतलब आसान तरीके से कोई नहीं निकाल सकता है. वे राज्य भारत का इतिहास अपने आप में समेटे हुए है. देश की एक बड़ी आबादी वहां से आती है. देश को कई बड़ा नेता देने वाले उन राज्यों के बारे में आज हम जानने वाले हैं.


जम्मू कश्मीर का नाम रखने के पीछे का ये है राज


अगर हम हिंदुस्तान नाम की ही बात करें तो यह नाम सिंधु और हिंदू से मिलकर बना है. दरअसल सिंधु नदी के तट पर बसे जगह को सिंधुस्थान कहा जाता था, लेकिन फारसियों ने सिंधु को हिंदू बोलकर नाम हिंदुस्तान कर दिया है. अगर हम राज्य की बात करें तो सबसे अधिक चर्चा में रहने वाला राज्य जम्मू कश्मीर का नाम उसकी विरासत और प्रकृति की खूबसूरती आधार पर तय किया गया था. वहां एक घाटी है, ऋषि काश्याय की घाटी कहा जाता है, जिससे कश्मीर शब्द की उत्पत्ति हुई. संस्कृत में ‘का’ का मतलब पानी और ‘शिमीरा’ मतलब सुखाना है. ये तो कश्मीर शब्द के बारे में हो गया. अब अगर हम जम्मू शब्द की बात करें तो उसकी उत्पत्ति वहां के शासक राजा जम्बू लोचन के नाम से हुई थी.


बेहद खास तरीके से रखा गया था इन राज्यों का नाम


हिमाचल राज्य का नाम संस्कृत मूल से जुड़ा है. हिमा का मतलब होता है 'बर्फ' और अचल मतलब 'पर्वत’. यानि बर्फीले पहाड़ों का घर है हिमाचल. आप कभी घूमने जाते हैं तो इसका अनुभव करने का मौका आपको मिलेगा. उत्तर प्रदेश से 2000 में अलग कर एक राज्य बनाया गया, जिसका नाम उतरांचल रखा गया, जिसका मतलब होता है उत्तर में स्थिति पर्वत. उत्तराखंड में काफी अधिक पर्वत है. इसलिए यह नाम रखा गया था. और वहीं अगर हम बात उत्तर प्रदेश की करें तो इसके नाम में ही इसका मतलब छिपा हुआ है. उत्तर में स्थिति प्रदेश. रेगिस्तान से भरा राज्य राजस्थान के नामकरण के बारे में अगर आप जानना चाहते हैं तो आपको संस्कृत भाषा से इसे समझना होगा. संस्कृत के शब्द 'राजा' और उनके रहने का स्थान यानि राजस्थान. वहां राजपूत राजाओं का राज हुआ करता था. आजादी के बाद सब भारत देश में शामिल कर लिया गया. झारखंड राज्य की बात करें तो यह संस्कृत शब्द झार और खंड से बना है. झार का मतलब है जंगल और खंड यानि भूमि. मतलब ये कि जंगल की भूमि. झारखंड में काफी अधिक जंगल देखने को मिलता है. 


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