Galaxy Collision : जानिए कैसे आकाशगंगाओं की 'महाटक्कर' से 50 करोड़ साल में पता चलेगा मिल्की वे का भविष्य!
Milky Way: हमारी गैलेक्सी हमारी सबसे निकटतम और सबसे बड़ी एंड्रोमेडा गैलेक्सी से टकराएगी.
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Milky Way Future: हमारी पृथ्वी अंतरिक्ष के जिस हिस्से में है उसे आकाश गंगा (Milky Way) कहते हैं, अंतरिक्ष में न जाने ऐसे कितनी ही आकाशगंगाएं हैं. ऐसी ही दो आकाशगंगाओं की नासा (NASA) के एक टेलिस्कोप से तस्वीरें ली गई, जिसमें एक-दूसरे से जुड़ी हुईं दो आकाशगंगाओं को देखा जा सकता है.
खगोल वैज्ञानिकों का कहना है कि ये आकाशगंगाएं अब से करोड़ों साल बाद पूरी तरह से एक-दूसरे में समा जाएंगी. इन अकाशागंगाओं की टक्कर से हमारी आकाशगंगा मिल्की-वे के भविष्य का भी अनुमान लगाया जा सकता है. हवाई में मौनाके के शिखर पर स्थित जेमिनी नॉर्थ टेलिस्कोप ने लगभग 60 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर एक-दूसरे से जुड़ती इन स्पाइरल गैलेक्सी NGC 4567 और NGC 4568 को देखा. आकाशगंगाओं के इस जोड़े को बटरफ्लाई गैलेक्सी भी कहते हैं. दरअसल इनके गुरुत्वाकर्षण बल के कारण ये एक दूसरे की ओर खिंचने लगीं और इनके संगम की शुरुआत हुई.
संगम का अभी है शुरुआती चरण
सीएनएन की खबर के मुताबिक 500 मिलियन साल (50 करोड़ साल) में संगम पूरा होने के बाद ये एक नई अंडाकार गैलेक्सी बनाएंगी. अभी दोनों आकाशगंगाओं के केंद्र एक-दूसरे से 20,000 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित हैं और दोनों का मूल आकार अभी बरकरार है. जैसे-जैसे ये आकाशगंगाएं आपस में उलझती जाएंगी, गुरुत्वाकर्षण बल के कारण तारों के निर्माण की कई तीव्र घटनाएं होंगी और आकाशगंगाओं की मूल संरचना बदल जाएगी.
टक्कर के बाद बनेगी अंडाकार गैलेक्सी
कंप्यूटर मॉडलिंग की मदद से खगोलविद यह पता लगाने में सक्षम हैं कि अन्य आकाशगंगा टकरावों और स्पाइरल आकाशगंगाओं के संगम से अंडाकार आकाशगंगाएं बनती हैं. उनका कहना है कि इन दोनों के मिलन से बनने वाली गैलेक्सी दिखने में Messier 89 जैसी हो सकती है. Messier 89 गैलेक्सी में अब नए तारों का जन्म बेहद कम हो गया है. अब यह मात्र पुराने तारों और प्राचीन क्लस्टरों का घर रह गई है.
ऐसे पता चलेगा मिल्की-वे का भविष्य
आकाशगंगाओं के संगम से खगोलविद मिल्की-वे के भविष्य का भी अंदाजा लगा सकते हैं, क्योंकि हमारी गैलेक्सी हमारी सबसे निकटतम और सबसे बड़ी एंड्रोमेडा गैलेक्सी से टकराएगी. 2012 में हबल डेटा का इस्तेमाल कर नासा के खगोलविदों ने यह अनुमान लगाया था कि इन दो स्पाइरल आकाशगंगाओं के बीच टक्कर कब हो सकती है. इस घटना के लगभग 4 से 5 अरब साल के बीच होने का अनुमान है. हबल स्पेस टेलिस्कोप डेटा पर आधारित एक रिसर्च के अनुसार, फिलहाल मिल्की वे के हेलो (Halo) एंड्रोमेडा आकाशगंगा के हेलो से टकरा रहा है.
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