कैलाश पर्वत यानी भगवान शिव और देवी पार्वती का निवास स्थान है. हर साल सैंकड़ों शिव भक्त इस पवित्र कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाते हैं. इस यात्रा को दुनिया का सबसे दुर्गम और सुंदर यात्रा कहा जाता है. आज हम आपको बताएंगे कि आप इस पवित्र स्थान पर कैसे जा सकते हैं. 


दिल्ली से कैलाश मानसरोवर


बता दें कि दिल्ली से कैलास मानसरोवर की दूरी कोई 900 किलोमीटर है. यह यात्रा 15 हजार फीट की ऊंचाई से लेकर 19 हजार फीट की ऊंचाई तक जाती है. भगवान शिव के पवित्र स्थान तक पहुंचने की ये यात्रा इतनी आसान भी नहीं है. 


कैलाश मानसरोवर पहुंचने का रास्ता


बता दें कि कैलाश पर्वत तक जाने के लिए तीन रास्ते हैं. एक रास्ता भारत के उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से होकर गुजरता है. इस रास्ते में मुश्किलें ज्यादा हैं, क्योंकि यह रास्ता अधिकतर पैदल और ट्रैकिंग का है. बता दें कि भारत सरकार इसी रास्ते लोगों को भेजती है. इसके अलावा दूसरा रास्ता थोड़ा आसान है. इसमें नेपाल की राजधानी काठमांडू से सीधे कैलास सड़क मार्ग तक जाना होता है. यह रास्ता भक्तों के लिए नेपाल सरकार सिर्फ जून से सितंबर तक खोलती है. इसके अलावा तीसरा रास्ता भी है, जो बहुत आसान लेकिन सबसे महंगा है. यह हवाई यात्रा है, जिसमें हेलीकॉप्टर के जरिए नेपाल के नेपालगंज से सिमिकोट और हिलसा होकर तकलाकोट तक जाते हैं. उसके आगे की यात्रा गाड़ी से होती है.


विदेश मंत्रालय


इस यात्रा का आयोजन विदेश मंत्रालय करता है. हर साल कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए सरकार 60 यात्रियों का समूह 16 बैचों में ‪29 मई से 26 सितंबर‬ के बीच भेजती है. हर बैच की यात्रा अवधि 28 दिन की होती है. इस दौरान एक यात्री को 25 किलो तक सामान ले जाने की इजाजत होती है. जिसमें 5 किलो खाने की चीजें हो सकती हैं. वहीं कैलास मानसरोवर की यात्रा के पात्र भारतीय नागरिकों की उम्र 18 वर्ष से 70 वर्ष के बीच होनी चाहिए. यात्रा की मुश्किलों को देखते हुए शारीरिक रूप से फिट और स्वस्थ लोगों को ही जाने की इजाजत दी जाती है. 


सिर्फ इन लोगों को जाने की इजाजत


कैलाश मानसरोवर की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक सिर्फ भारतीय नागरिक ही भारत से यात्रा कर सकते हैं. ऐसे में हर एक यात्री के पास यात्रा करने के समय उस साल 01 सितंबर को कम से कम 6 महीने की शेष वैधता अवधि वाला भारतीय पासपोर्ट होना चाहिए. इसके अलावा उम्र 70 साल से कम होनी चाहिए. वहीं विदेशी नागरिक आवेदन करने के पात्र नहीं हैं. यात्रा पर जाने वाले व्यक्ति का बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 25 या उससे कम होना चाहिए. इसके अलावा मेडिकली फिट होना भी जरूरी है.


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